गोरखपुर :भाई और उसके दोस्त की पुलिसिया पिटाई के मामले में गुरुवार को पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. लगभग डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात में विधायक ने अपने भाई के साथ की गई पुलिस की ज्यादती के बारे में मुख्यमंत्री को बताया, लेकिन मुख्यमंत्री के ओएसडी के करीबी शाहपुर थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने से जहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जांच अधिकारी एसपी सिटी बच रहे हैं तो वहीं मुख्यमंत्री ने भी गुरुवार को भाजपा विधायक से यह साफ कह दिया कि किसी भी पैरवी की आवश्यकता नहीं है.
मुख्यमंत्री के ओएसडी के करीबी दारोगा पर आखिर क्यों नहीं हो रही कार्रवाई
जिले के पिपराइच विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक के भाई का पिटाई का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. एसएसपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ओएसडी के करीबी दारोगा पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं. वहीं राजधानी लखनऊ में जब भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि पैरवी की आवश्यक्ता नहीं है.
क्या है पूरा मामला
जनपद के शाहपुर थाना क्षेत्र में एक दुर्घटना के बाद शाहपुर थाना अध्यक्ष द्वारा पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई रमाशंकर सिंह व उनके दोस्त को थाने में लाकर जमकर पिटाई की गई, जिसके बाद पिपराइच विधायक ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जोगिंदर कुमार से इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत की थी और थानेदार समेत दोषी पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग की थी. आनन-फानन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जांच कराकर दारोगा रवि प्रकाश को निलंबित कर दिया और दारोगा छोटेलाल और सिपाही अनिल यादव को लाइन हाजिर कर दिया, लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ. इस कार्रवाई से विधायक और उनके भाई संतुष्ट नहीं थे. यही वजह थी कि विधायक महेंद्र पाल सिंह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और पुलिसिया ज्यादती के बारे में बताया.
तीन दिन बाद भी एसपी सिटी ने नहीं सौंपी रिपोर्ट
तीन दिन बीत जाने के बाद भी इस पूरे घटनाक्रम की जांच देख रहे एसपी सिटी सोनम कुमार ने अभी तक जांच रिपोर्ट पेश नहीं की. जांच अधूरी चल रही है. ऐसे में जानकारों की मानें तो अब मामला पूरी तरीके से सीएम के ओएसडी के करीबी शाहपुर थाना प्रभारी और पिपराइच विधायक के बीच हो चला है. ऐसे में ओएसडी के करीबी शाहपुर थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जांच अधिकारी एसपी सिटी भी बच रहे हैं और केवल विधायक को आश्वासन की घुट्टी पिला रहे हैं. ऐसे में पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह ने अपने सहयोगी व सहजनवा के विधायक शीतल पांडे के साथ फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को एनेक्सी भवन में मुलाकात करने की कोशिश की, जिस पर मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर दोनों ही विधायकों से कह दिया कि किसी भी पैरवी की आवश्यकता नहीं है.