गोरखपुरः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए समाजवादी पार्टी में टिकटों की दावेदारी के लिए होड़ मची है. गोरखपुर की 9 सीटों से कुल 95 लोगों ने अपनी दावेदारी पेश की है. हालांकि टिकट पार्टी की पार्लियामेंटरी बोर्ड तय करती है. ऐसे में इन नेताओं की कुंडली और बायोडाटा पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय तक पहुंचा दिया गया है. जिस पर आखिरी फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा.
सूत्रों के मुताबिक दावेदारों की दावेदारी अपनी जगह है. लेकिन पार्टी की समीक्षा में जातिगत समीकरण और दावेदारी जताने वाले नेताओं का करैक्टर राजनीतिक करियर टिकट पाने में अहम भूमिका निभाएगा. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की सभी सीटों का सर्वे कराया है. जिसके आधार पर प्रत्याशियों का टिकट फाइनल होगा.
जिले की 9 विधानसभा सीटों में सबसे अधिक दावेदार चौरी चौरा विधानसभा सीट से आए हैं. जिनकी कुल संख्या 21 है. इसी तरह खजनी विधानसभा सीट से 12, गोरखपुर ग्रामीण से 9, गोरखपुर सदर सीट से 16, सहजनवा से 7, कैंपियरगंज, पिपराइच और बांसगांव से 6-6 लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है. टिकट के लिए आवेदन करने वाले लोगों ने संगठन में लंबे समय से काम करने और अपने अनुभव को टिकट पाने का आधार बता रहे हैं. कई पूर्व विधायकों ने भी दावेदारी की है. जिसमें विजय बहादुर यादव, यशपाल रावत, शारदा देवी, राम भुवाल निषाद जैसे पूर्व विधायक प्रमुख हैं. अगर पिछले चुनाव की बात करें तो 2017 में समाजवादी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. वहीं 2012 के चुनाव में उसके पास मात्र पिपराइच विधानसभा सीट थी. लेकिन इस बार के चुनाव में पार्टी और दावेदारों में जोश कुछ अलग ही नजर आ रहा है. यही वजह है कि दावेदारों की संख्या जहां बढ़ी है. वहीं पार्टी भी अपने सर्वे के आधार पर टिकट देने पर अड़ी है.