लखनऊ (यूपी डेस्क): अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्निर्माण के लिए 6 अगस्त को वर्चुअल शिलान्यास करेंगे. इन 508 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प के लिए जो धनराशि खर्च की जाएगी उसमें सबसे ज्यादा रकम 960 करोड़ रुपये कुम्भ नगरी प्रयागराज जंक्शन के पुनर्निर्माण के लिए खर्च किये जाएंगे. प्रयागराज जंक्शन के दस मंजिला इमारत का पीएम मोदी वर्चुअल शिलान्यास करेंगे. इसी तरह पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन के नव निर्माण पर 433 करोड़ खर्च होंगे.
प्रथम चरण में 508 रेलवे स्टेशन चयनित
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश भर में 1309 रेलवे स्टेशनों का विकास और पुनर्निर्माण होना है. जिसके प्रथम चरण में देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के चयन किया गया है. जिसमें प्रयागराज जंक्शन समेत उत्तर मध्य रेलवे के 13 रेलवे स्टेशन शामिल हैं. जिसमें से 55 रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के अंदर हैं और उनमें से 7 प्रयागराज मंडल के अंतर्गत आते हैं. जबकि 3 झांसी और 3 आगरा मंडल के रेलवे स्टेशन शामिल हैं. प्रयागराज के साथ ही कानपुर,विंध्याचल, फतेहपुर,पनकी धाम ,टूंडला जैसे रेलवे स्टेशन का भी पुनर्विकास होगा. प्रयागराज जंक्शन की बिल्डिंग को दस मंजिला बनाया जाएगा. ग्राउंड समेत दस मंजिल वाली इमारत में पार्किंग और रेलवे कार्यालयों के अलावा 8 मंजिलों का व्यावसायिक इस्तेमाल किया जाएगा. जहां पर आने वाले यात्रियों को हर प्रकार की सुख सुविधा उसी इमारत के अंदर मौजूद मिलेगी.
सबसे ज्यादा 960 करोड़ प्रयागराज जंक्शन के लिए स्वीकृत
प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी ने बताया कि प्रयागराज के लिए बहुत गर्व की बात है कि जो पूरे भारतवर्ष में रेलवे स्टेशन बन रहे हैं.उनमें से सबसे बड़ी लागत प्रयागराज जंक्शन के पुनर्निर्माण के लिए लगने वाली है. क्योंकि प्रयागराज को आने वाले सालों में लगने वाले कुंभ मेले को देखते हुए भविष्य की भीड़ का ध्यान रखते हुए विकसित करना है.इस बड़ी परियोजना के लिए सरकार ने 960 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं. जिससे आने वाले दिनों में प्रयागराज जंक्शन नए स्वरूप में नज़र आएगा.जिससे रेलवे स्टेशन की ये बहुमंजिला इमारत सिटी सेंटर जैसे कमर्शियल हब के रूप में दिखेगी. प्रयागराज जंक्शन पर भविष्य में देश का सबसे चौड़ा 72 मीटर का कॉनकोर्स बनाया जाएगा जहां पर एक साथ हजारों की संख्या में यात्री एक साथ बैठ सकेंगे. उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि भविष्य में लगने वाले कुम्भ मेला और भीड़ को देखते हुए जंक्शन के पुनर्निर्माण की योजना तैयार की गयी है.जिसके पूरा होने में ज्यादा समय लगेगा और वो काम कुम्भ के बाद भी जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि प्रयागराज जंक्शन को इस तरह से बनाया जाएगा कि भविष्य में लगने वाले कुंभ मेले में आने वाले यात्रियों की भीड़ को हर प्रकार की सुविधाएं आसानी से मिल सकें. भविष्य में प्रयागराज जंक्शन पर 42 लिफ्ट और 29 एस्केलेटर सीढियां भी लगाई जाएंगी. जिसके जरिए आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत कुंभ मेला के दौरान ना हो.