गोंडा : जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा और विशेष निगरानी में रह रहे 5 वनटांगिया गांवों के 766 परिवारों को मतदान करने का अधिकार दिया गया है. इन लोगों को आजादी के 74 साल बाद पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने और गांव की सरकार बनाने का मौका मिलने जा रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यधारा से विरक्त वनटांगिया आदिवासियों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है. इसके तहत अपनी सर्वोच्च निगरानी में वनटांगिया परिवारों को अन्य राजस्व ग्रामों की तरह ही आवास, विभिन्न पेंशन योजनाओं, सड़क, बिजली, पानी, सौर ऊर्जा, आवासीय छात्रावास, शौचालय, राशन कार्ड, गोल्डेन कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई हैं. साथ ही इनके परिवार के बच्चों का स्कूलों में दाखिला तथा वनटांगिया श्रमिकों का श्रम विभाग में शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर पंजीकरण कराकर केन्द्र और प्रदेश सरकार की तमाम सरकारी योजनाओं से आच्छादित कराने का काम कराया है.
सीएम योगी की विशेष निगरानी में वनटांगिया गांव
यही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ की विशेष निगरानी में वनटांगिया गांवों में युद्ध स्तर पर विकास कराए जा रहे हैं. यहां के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जिले के पांच वनटांगिया गांवों को क्रमशः तहसील मनकापुर के अशरफाबाद, बुटहनी, मनीपुर ग्रंट और तहसील तरबगंज के महेशपुर और रामगढ़ को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया गया. इन गांवों को राजस्व ग्रामों का दर्जा देने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री जनपद पहुंचे थे.
पंचायत चुनाव में पहली बार डालेंगे वोट