गोंडा: जिले में मनकापुर थाना क्षेत्र के खजुरिहवा गांव में बीते 24 मई को सागौन के पेड़ काटने को लेकर हुए विवाद में तीन लोगों को गंभीर चोट आई थी. बीती रात घायलों में एक अब्दुल कलाम की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई. नाराज परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर घंटों तक हंगामा किया. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.
दो पक्षों में मारपीट, घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत वहीं पूरे मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने घटना के दिन ही पीड़ित की तहरीर पर 4 लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया था. बीती रात 02 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. वहीं, पीड़ित परिवार द्वारा शव को सड़क पर रखकर हंगामा किए जाने पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की. मनकापुर पुलिस ने धारा 144 व धारा 188 के उल्लंघन का हवाला देते हुए मुकदमा पंजीकृत कर लिया है. इस मामले में गिरफ्तारी भी की गयी है.
यह भी पढ़ें :सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सीएचसी परसपुर को गोद लेने की घोषणा की
जाने क्या है पूरा मामला :
थाना मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के खुजरिहवा गांव में सागौन के पेड़ काटने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे. इसमें विपक्षियों ने लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की थी जिसमें अब्दुल कलाम को गंभीर चोट आयी थी. उनका गोंडा के जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था. बीती रात जब उनकी मौत हो गई तो नाराज परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर कार्रवाई व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी. पुलिस ने पूरे मामले में घटना के दिन ही 4 लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया था और बीती रात दो लोगों को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज करने की बात कही.
पुलिस कार्यवाही करने का कर रही दावा
वहीं, पूरे मामले को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि 24 मई को चांद मोहम्मद, अब्दुल कलाम और रियाज अहमद के बीच सागौन पेड़ काटने को लेकर विवाद हुआ था. दोनों तरफ से मारपीट हुई जिसमें चांद मोहम्मद और उनके पिता अब्दुल कलाम को चोटें आईं थीं.
इसमें चांद मोहम्मद की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कराया गया था. बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. नामजद लोगों में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह भी अवगत कराना है कि वादी पक्ष के द्वारा गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाने के लिए कुछ लोगों को मनकापुर कस्बे में इकट्ठा किया गया था. इस समय आपदा चल रही है और यह आपदा अधिनियम के तहत धारा 144 का उल्लंघन है. उनके विरुद्ध आपदा धारा अधिनियम और धारा 144 के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.