गोंडा:जिले में जल्द ही संकल्प योजना के तहत लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. संकल्प यानी 'स्किल्स एक्वीजीशन एंड नॉलेज अवेयरनेस फॉर लाइवलीहुड प्रमोशन' योजना कौशल विकास विभाग द्वारा संचालित की जा रही है, जिसमें जनपद के सभी विभागों को जोड़ा गया है. अब इसी योजना के अंतर्गत लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए विश्व बैंक द्वारा 3300 करोड़ की धनराशि भी आवंटित की गई है. इसमें अलग से 600 करोड़ की राशि राज्य सरकार की तरफ से भी जारी की गई है.
संकल्प योजना के तहत जिले के सभी विभागों को जोड़ा जाएगा. गरीबी की वजह से उच्चतम शिक्षा से वंचित रहे गए बच्चों के लिए कौशल विकास के अंतर्गत संकल्प योजना की शुरुआत की गई है. इसमें गरीबों को कई प्रकार की तकनीकी प्रशिक्षण के द्वारा उनको स्वरोजगार दिलाना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है. ये भी पढ़ें-उन्नाव के डीएम देवेन्द्र कुमार पांडेय निलंबित, रवींद्र कुमार बने नए जिलाधिकारी
देश में स्वरोजगार के द्वारा प्रशिक्षुओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. इसमें ड्राइविंग, टेलरिंग, कुकिंग, क्लीनिंग, इलेक्ट्रिशियन, स्वास्थ्य, मैकेनिक आदि की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें जनपद में आने वाले सभी विभागों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे हर तरह का प्रशिक्षण प्रशिक्षुओं को प्राप्त हो सके.
ये भी पढ़ें-सोनभद्र में सोना की खुदाई के लिए नीलामी की जल्द शुरू होगी प्रक्रिया: खनिज निदेशक
इस बाबत कौशल विकास विभाग के जिला प्रबंधक प्रदीप मिश्रा ने बताया कि यह योजना इस तरह से डिजाइन की गई है कि अब जिला स्तर पर कमिटी गठित होगी, जिसके अध्यक्ष जिलाधिकारी होंगे. इसमें जिन भी सेक्टरों में प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी. उनको पूरा किया जाएगा. इसमें सभी विभागों को समाहित किया गया है.