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अमर्त्य सेन पर भड़के स्वामी प्रसाद मौर्य, कहा-उन्हें सर्टिफिकेट देने का अधिकार नहीं - स्वामी प्रसाद मौर्य का गोण्डा दौरा

नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमर्त्य सेन के दिल्ली में हुए दंगों में मुस्लिमों के ज्यादा मरने के बयान पर यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, वह नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, सम्माननीय हैं, लेकिन वह सर्टिफिकेट देने के लिए अधिकृत नहीं है. हिंसा और दंगों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.

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स्वामी प्रसाद मौर्य का गोण्डा दौरा.

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Published : Mar 1, 2020, 7:48 PM IST

गोण्डा:प्रदेश के श्रम-सेवायोजन व शहरी रोजगार विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने देवीपाटन मंडल मुख्यालय के श्रम आयुक्त कार्यालय के प्रांगण में श्रमिकों की कार्यशाला को संबोधित किया. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब, लाचार और सामाजिक रूप से पिछड़े व्यक्ति पर सरकार की नजर है. देश का हर गरीब सरकार की प्राथमिकता का केंद्र बिंदु है.

उन्होंने कहा कि, केंद्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों के उत्थान के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का काम किया है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को नि:शुल्क में गैस चूल्हा तथा सौभाग्य योजना के तहत निशुल्क विद्युत कनेक्शन किसानों के लिए सम्मान निधि योजना के माध्यम से सबको लाभान्वित करने का काम किया गया.

कैबिनेट मंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना.

श्रमिकों को बांटे गए लाभ प्रमाण पत्र
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, हमारी सरकार एक मजबूत नेतृत्व के तले एक मजबूत संकल्प के साथ कार्य कर रही है. श्रमिक भी सरकार की सभी योजनाओं से लाभान्वित हो सके, इसी मंशा से श्रमिकों के लिए यह कार्यक्रम इस देवीपाटन मंडल मुख्यालय गोण्डा में रखा गया था. आज यहां पर लगभग 9000 लाभार्थियों के बीच में 7 करोड़ 60 लाख रुपये की योजनाओं का हितलाभ का प्रमाण पत्र वितरित किया गया. यह सारा का सारा पैसा 1 हफ्ते के अंदर सभी श्रमिकों के खाते में पहुंच जाएगा.

उन्होंने कहा कि, आज श्रम विभाग ने 18-18 योजनाएं संचालित करके श्रमिक समाज को सम्मान और स्वाभिमान की जिंदगी गुजर बसर करने का मौका देने, उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने, विकास की मुख्यधारा में खड़ा करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का संकल्प लेकर श्रम विभाग पूरे प्रदेश में इस प्रकार का अभियान चलाए हुए है. इसी क्रम में आज गोण्डा में यह भव्य और विशाल कार्यक्रम संपन्न हुआ.आगामी मजदूर दिवस 1 मई के दिन देवीपाटन मंडल का श्रावस्ती में देश का सबसे बड़ा सामूहिक और भव्य विवाह का कार्यक्रम आयोजित होगा.

मील का पत्थर साबित होगा यह कार्यक्रम
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, हम समझते हैं कि यह श्रमिकों के सम्मान में यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा और यही कारण है कि, मैंने विस्तार से सारी योजनाओं को श्रमिकों के बीच में रखा, जिससे कि, श्रमिक इन योजनाओं की जानकारी लेकर अपना पंजीयन कराकर लाभान्वित हो सके. किसी प्रकार का शोषण न हो, इसके लिए भी सारी जानकारी श्रमिकों को होना अनिवार्य था. इसीलिए मैंने इसको विस्तार से बताया.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने पर दिल्ली में हुए दंगे के सवाल पर उन्होंने कहा कि, ट्रंप के स्वागत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दिल्ली में सभी विपक्षी पार्टियां मिलकर साजिश के तहत हिंसा, खून खराबा, मारपीट और पत्थरबाजी आदि के माध्यम से अराजकता फैलाने की कोशिश की. उन पर भी हमारी सरकार प्रभावी कार्रवाई कर रही है.

विपक्षी पार्टियों का चेहरा हुआ बेनकाब
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली शांत है. कानून व्यवस्था भी स्थापित हो चुकी है. साथ ही उन विपक्षी पार्टियों का चेहरा भी बेनकाब हो गया, जो पर्दे के पीछे से साजिश के तहत इस प्रकार का घिनौना खेल खेल रहे थे. अराजक लोग बारी-बारी से जेल जाना शुरू हो चुके हैं.

अमर्त्य सेन पर साधा निशाना
अमर्त्य सेन के दंगों में मुस्लिमों के ज्यादा मरने के बयान पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, वह नोबेल पुरस्कार विजेता हैं. वह सम्माननीय हैं, लेकिन वह सर्टिफिकेट देने के लिए अधिकृत नहीं है. आज बलवा हो, दंगा हो, खून खराबा हो या हिंसा हो. इन सबका लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है.

लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं
उन्होंने कहा कि, जब भी इस प्रकार की अराजकता फैलती है तो उसमें हिंदू या मुसलमान सिख या ईसाई कोई भी हो, वह सारे के सारे लोग प्रभावित होते हैं और यह जो घटना घटी है, इसमें हिंदू-मुसलमान दोनों बराबर बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. इसको हिंदू-मुसलमान के तराजू पर नहीं तौलना चाहिए. हिंसा, हिंसा होती है, जिसका लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है. इस प्रकार के कृत्य करने वाले निंदनीय है.

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