गोण्डा:प्रदेश के श्रम-सेवायोजन व शहरी रोजगार विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने देवीपाटन मंडल मुख्यालय के श्रम आयुक्त कार्यालय के प्रांगण में श्रमिकों की कार्यशाला को संबोधित किया. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब, लाचार और सामाजिक रूप से पिछड़े व्यक्ति पर सरकार की नजर है. देश का हर गरीब सरकार की प्राथमिकता का केंद्र बिंदु है.
उन्होंने कहा कि, केंद्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों के उत्थान के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का काम किया है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को नि:शुल्क में गैस चूल्हा तथा सौभाग्य योजना के तहत निशुल्क विद्युत कनेक्शन किसानों के लिए सम्मान निधि योजना के माध्यम से सबको लाभान्वित करने का काम किया गया.
श्रमिकों को बांटे गए लाभ प्रमाण पत्र
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, हमारी सरकार एक मजबूत नेतृत्व के तले एक मजबूत संकल्प के साथ कार्य कर रही है. श्रमिक भी सरकार की सभी योजनाओं से लाभान्वित हो सके, इसी मंशा से श्रमिकों के लिए यह कार्यक्रम इस देवीपाटन मंडल मुख्यालय गोण्डा में रखा गया था. आज यहां पर लगभग 9000 लाभार्थियों के बीच में 7 करोड़ 60 लाख रुपये की योजनाओं का हितलाभ का प्रमाण पत्र वितरित किया गया. यह सारा का सारा पैसा 1 हफ्ते के अंदर सभी श्रमिकों के खाते में पहुंच जाएगा.
उन्होंने कहा कि, आज श्रम विभाग ने 18-18 योजनाएं संचालित करके श्रमिक समाज को सम्मान और स्वाभिमान की जिंदगी गुजर बसर करने का मौका देने, उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने, विकास की मुख्यधारा में खड़ा करने और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का संकल्प लेकर श्रम विभाग पूरे प्रदेश में इस प्रकार का अभियान चलाए हुए है. इसी क्रम में आज गोण्डा में यह भव्य और विशाल कार्यक्रम संपन्न हुआ.आगामी मजदूर दिवस 1 मई के दिन देवीपाटन मंडल का श्रावस्ती में देश का सबसे बड़ा सामूहिक और भव्य विवाह का कार्यक्रम आयोजित होगा.
मील का पत्थर साबित होगा यह कार्यक्रम
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, हम समझते हैं कि यह श्रमिकों के सम्मान में यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा और यही कारण है कि, मैंने विस्तार से सारी योजनाओं को श्रमिकों के बीच में रखा, जिससे कि, श्रमिक इन योजनाओं की जानकारी लेकर अपना पंजीयन कराकर लाभान्वित हो सके. किसी प्रकार का शोषण न हो, इसके लिए भी सारी जानकारी श्रमिकों को होना अनिवार्य था. इसीलिए मैंने इसको विस्तार से बताया.