गोंडा : जिले में भले ही बीजेपी समर्थित उम्मीदवार घनश्याम मिश्र को निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष (Zilla Panchayat President) पद की कुर्सी मिल गई हो पर जिले में ब्लॉक प्रमुख (block head) बनाने के लिए घमासान मचा हुआ है. जोड़ तोड़ की राजनीति चल रही है.
दोनों ही पार्टियां बीडीसी सदस्यों को अपने पक्ष में करने में जुटी हुई हैं. इसी बीच शुक्रवार को एक निजी स्कूल में उस समय हड़कंप मच गया जब कोतवाली नगर पुलिस ने यहां छापा मारा. पुलिस रुपईडीह ब्लॉक से आए लगभग 36 क्षेत्र पंचायत सदस्यों को पकड़कर कोतवाली नगर ले आई. पुलिस को सूचना मिली थी कि समाजवादी पार्टी बीडीसी सदस्यों को बंधक बनाकर अपने ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने का दबाव बना रही थी.
सपाइयों की पुलिस ने की पिटाई
कोतवाली नगर परिसर पर सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं में गहमागहमी होने के बाद पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं. हालांकि बीडीसी सदस्यों के बिना किसी दबाव के मीटिंग में शामिल होने की बात सामने आई है. रुपईडीह ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख व सपा के कद्दावर नेता दिवंगत विनोद कुमार पंडित सिंह के भाई नरेंद्र सिंह का आरोप है कि सत्ता पक्ष के दबाव के चलते बेवजह परेशान किया जा रहा है. जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में काम न करे. यहां पर जितने भी बीडीसी सदस्य मीटिंग के लिए आए थे, उनमें से किसी ने बंधक बनाने की बात नहीं स्वीकारी. नरेंद्र सिंह का कहना है कि सपा अपनी लड़ाई लड़ेगी. पुलिस चाहे लाठी चलाए या गोली चलाए.