गोंडा: सरकारी धन का गबन कर भ्रष्टचार करने वाले 3 ग्राम प्रधानों और एडीओ पंचायत, ग्राम विकास अधिकारी व अवर अभियंता के खिलाफ डीएम ने बड़ी कार्रवाई की है. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने ग्रामपंचायत सीहागांव विकासखण्ड झंझरी, ग्राम पंचायत सिंगहाचन्दा विकासखण्ड तरबगंज और ग्राम पंचायत खिरई खिरवा विकासखण्ड झंझरी के निवर्तमान ग्राम प्रधानों से रिकवरी के आदेश जारी किए हैं. इसके अलावा इन तीन विकासखंडों पर पूर्व में तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत तथा एई के विरुद्ध रिकवरी का आदेश डीएम ने जारी किया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत सीहागांव में निर्वतमान प्रधान श्रीमती प्रेमपती मिश्रा, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी विष्णु प्रजापति, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियन्ता अंगद सिंह कुशवाहा और सहायक विकास अधिकारी झंझरी हेमचन्द यादव ने बिना कार्य कराए ही 3 लाख 37 हजार 455 रुपये का गबन किया था. जांच रिपोर्ट में पाया गया कि सीहा गांव में निर्माणाधीन पंचायत भवन के निर्माण में लिंटर व बीम नहीं डाला गया. कुर्सी तल पर डीपीसी बीम में सरिया नहीं डाली गई. भवन के मीटिंग हाल एवं कमरों के अनुसार सरिया एवं मसाले का प्रयोग नहीं किया गया. जबकि पंचायत भवन के निर्माण के मद में 7 लाख 07 हजार 176 रुपये का भुगतान कर दिया गया. डीएम ने बताया कि जांच में कार्य की कुल लागत मात्र 3 लाख 69 हजार 702 रुपये पाई गई. इसके बाद ग्राम प्रधान श्रीमती प्रेमपती मिश्रा से 84363 रुपये, तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी विष्णु प्रजापति से 84363 रुपये, अवर अभियन्ता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग अंगद सिंह कुशवाहा से 84363 रुपये और सहायक विकास अधिकारी झंझरी हेमचन्द यादव से 84363 रुपये की वसूली के आदेश दिए गए हैं.