गोण्डा: शिविर लगाकर अब तक सौभाग्य योजना के तहत जिले के एक लाख 58 हजार 833 परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिए जा चुके हैं. जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने बताया कि शासन के निर्देश पर हर छोटे-बड़े मजरे व हर ग्राम को रोशन करने का काम किया जा रहा है. सौभाग्य योजना के तहत प्रथम चरण में 6,493 मजरों का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है.
सौभाग्य योजना के द्वितीय चरण में 236 मजरों का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है. वहीं 273 मजरों का कार्य प्रगति पर है, जिसे आगामी अक्टूबर माह के अंत तक पूर्ण कराया जाना लक्षित है. इसके अतिरिक्त सौभाग्य योजना के तृतीय चरण में 1701 मजरों के विद्युतीकरण के लिए मध्यांचल मुख्यालय को प्रस्ताव प्रेषित किया जा चुका है. प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद कार्य पूर्ण कराया जायेगा.
विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण के साथ कई उपकेंद्रों की क्षमता में की गई वृद्धि
विद्युत विभाग की आईपीडीएस योजना (इंटीग्रेटेड पावर डेवलेपमेंट स्कीम) के अन्तर्गत तीन नए 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण खरगूपुर, कटरा बाजार एवं फैजाबाद रोड पर किया जाना था, जिसके सापेक्ष समस्त विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है. इसके अतिरिक्त दो अदद 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्रों नवाबगंज व करनैलगंज की क्षमतावृद्धि का कार्य भी पूर्ण कराया जा चुका है.
जिलाधिकारी ने बताया कि उजाला योजना के अंतर्गत 95,912 ऊर्जा दक्ष एलईडी बल्बों का वितरण किया गया. इससे विद्युत मांग में कई मेगावाट बिजली व करोड़ों रुपये की बचत हुई है. अधिशासी अभियन्ता ने दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) का उल्लेख करते हुए बताया है कि इसके अन्तर्गत 33/11 केवी के पांच नये विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया. इसमें 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र चन्दवतपुर घाट, विद्युत उपकेन्द्र दुबहा बाजार, विद्युत उपकेन्द्र मेहनौन, विद्युत उपकेन्द्र रघुराज नगर टिकरी और विद्युत उपकेन्द्र वजीरगंज शामिल है.
अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि नव-निर्मित विद्युत उपकेन्द्रों से सम्बन्धित क्षेत्र के उपभोक्ताओं का सुचारू आपूर्ति दी जा रही है. डीडीयूजीजेवाई (नवीन) में कनेक्टेड-अनकनेक्टेड रूरल हाउसहोल्ड के अन्तर्गत 174 ग्रामों के 393 मजरों का विद्युतीकरण कार्य किया जाना था, जिसमें से लक्ष्य के सापेक्ष 393 मजरों का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है.
डीडीयूजीजेवाई (नवीन) के अन्तर्गत 33/11 केवी क्षमता के पांच विद्युत उपकेन्द्रों की क्षमतावृद्धि का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है. इसमें विद्युत उपकेन्द्र खरगूपुर, विद्युत उपकेन्द्र इटियाथोक, विद्युत उपकेन्द्र धानेपुर, विद्युत उपकेन्द्र भंभुआ व विद्युत उपकेन्द्र राजापुर परसौरा शामिल है.
48 घण्टे में बदले जा रहे क्षतिग्रस्त ट्रान्सफार्मर
जनपद गोण्डा में क्षतिग्रस्त ट्रान्सफार्मरों की गुणवत्तापरक मरम्मत के लिए नगर में 'सर्वसाधन सम्पन्न परिवर्तक मरम्मत कार्यशाला' स्थापित की गयी है. इसकी मदद से परिवर्तकों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता होने से सीएम योगी के घोषणा के अनुरूप क्षतिग्रस्त परिवर्तकों को 48 घण्टे के अन्दर बदलना सुनिश्चित किया जा रहा है. वर्तमान सरकार में कॉर्पोरेशन के खर्च पर ही बदलने का प्राविधान लागू कर दिया गया है.