गोंडाःउत्तर प्रदेश को गोंडा मेंप्रथमा ग्रामीण बैंक की वसूली टीम के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. आरोप है कि बकाया वसूली करने गई टीम ने एक महिला को जबरन गाड़ी में बिठा लिया. इस बात से नाराज ग्रामीणों ने पथराव करते हुए टीम के सदस्यों से मारपीट की. इस हमले में बैंक के कई कर्मचारी घायल हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बैंक कर्मियों की शिकायत पर 6 लोगों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई में जुटी है.
जाने क्या है पूरा मामला
पूरा मामला कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के जियापुरवा गांव का है. मंगलवार को प्रथमा ग्रामीण बैंक के रीजनल आफिस से आरएम दीपक गुप्ता और बालपुर शाखा के मैनेजर अजीत सिंह करीब 24 कर्मचारियों के साथ गांव में लोन बकाया वसूली करने पहुंचे थे. गांव में बैंक कर्मियों को एक विधवा महिला सरोज पत्नी संजय तिवारी और 75 वर्षीय बुजुर्ग कैलाश नाथ तिवारी से वसूली करना था. आरोप है कि बैंक कर्मियों ने घर में घुसकर महिला का जबदस्ती हाथ पकड़ कर खींचते हुए गाड़ी में बैठाने लगे. इसके साथ ही बुजुर्ग से भी बदसलूकी करते हुए उन्हें भी गाड़ी में बैठाने लगे. इस बात का ग्रामीणों ने विरोध किया. विरोध के बीच ग्रामीणों और बैंक कर्मियों के बीच मारपीट की नौबत आ गई. देखते ही देखते ग्रामीणों और बैंक कर्मियों के बीच मारपीट होने लगी. ग्रामीणों ने बैंक कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया. इस पथराव के बीच 2 गाड़ियों के शीशे भी टूट गए. जबकि 6 बैंक कर्मी घायल हो गए.
महिला ने बताया
सरोज ने बताया किवह घर में मौजूद थी. इसी दौरान वहां पहुंचे बैंक कर्मियों द्वारा उसका हाथ पकड़कर घसीटा जाने लगा. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. इस बीच दोनों ही पक्षों से मारपीठ हुई. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस को देखकर मौके पर भगदड़ मच गई.
पुलिस ने बताया
इस मामले में एएसपी शिवराज ने बताया कि करनैलगंज थाना क्षेत्र के अन्तर्गत जियापुरवा गांव प्रथमा ग्रामीण बैंक के कर्मचारी लोन की वसूली करने पहुंचे थे. आरोप है कि बैंक कर्मियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. इस दौरान उनके साथ मारपीट करते हुए उनकी गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए गए. बैंक मैनेजर की दीपक गुप्ता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके साथ ही 6 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है.