गोण्डा: यौन शोषण के आरोपी चिन्मयानंद को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान उनके भाई रामभुवन सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि परिवार उनके साथ खड़ा है. वो ऐसे नहीं थे, हो सकता है किसी दबाव के कारण चिन्मयानंद ने कबूलनामा किया हो. गांव के अन्य लोग ने भी बताया कि चिन्मयानंद की सच्चाई ऐसी नहीं हैं. गोण्डा का रमई गांव बीजेपी नेता चिन्मयानंद का पैतृक गांव है. इसी गांव में चिन्मयानंद का परिवार रहता है. बीजेपी नेता चिन्मयानंद ने इंटर तक की शिक्षा यंही रहकर ग्रहण की है.
चिन्मयानंद के भाई रामभुवन सिंह ने ईटीवी भारत से की बातचीत. पढ़ें:चिन्मयानंद ने यौन शोषण से लेकर मालिश तक के सभी आरोपों को कबूला
जानिए स्वामी चिन्मयानंद के बारे में
- स्वामी चिन्मयानंद का जन्म 3 मार्च 1947 को यूपी के गोंडा जिले में हुआ था.
- स्वामी चिन्मयानंद का असली नाम कृष्णपाल सिंह था, ये अवध के राजघराने से संबंध रखते हैं.
- युवावस्था में स्वामी चिन्मयानंद बुद्ध और महावीर से प्रभावित होकर राजघराने से अपने को अलग कर लिया था.
- स्वामी चिन्मयानंद ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमए की शिक्षा ग्रहण की है,
- इसके साथ ही स्वामी चिन्मयानंद ने तंत्र, फिलॉस्फी और योग में महारत हासिल की .
- साल 1991 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चिन्मयानंद बदायूं से जीत हासिल करके संसद पहुंचे थे.
- वाजपेयी सरकार में स्वामी चिन्मयानंद गृह राज्यमंत्री बनाए गए थे.
- साल 1998 में इन्होंने मछलीशहर से जीत हासिल की, इसके बाद 1999 के चुनाव में इन्होंने जौनपुर सीट से जीत हासिल की.
चिन्मयानंद के भाई रामभुवन सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि बचपन में वह बहुत अच्छे व्यक्तित्व के थे. अब क्या है इसके बारे में हम नहीं बता सकते, लेकिन यह आरोप बेबुनियाद है. हम उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पैसों के लालच में उन्हें फसाया जा रहा हो. कुबुलनामें को उनके भाई ने बताया कि हो सकता है कि किसी दबाव के कारण उन्होंने ऐसी बात कुबूली हो.