गोण्डा: शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. लेकिन धरातल पर अधिकांश विद्यालयों की स्थिति बद से बदतर है. ऐसे ही पूर्व माध्यमिक कन्या महादेव विद्यालय में एक नहीं कई समस्याएं हैं. यहां कन्या विद्यालय होने के बाद भी बाउंड्रीवाल नहीं है.
आवारा पशु रात में विद्यालय को बनाते है आशियाना
विद्यालय में चारदीवारी न होने पर आवारा पशु रात में अपना आशियाना विद्यालय में बना लेते हैं. सुबह अध्यापक आकर पहले विद्यालय परिसर में फैले गोबर और गंदगी को साफ करते है. फिर बच्चो को पढ़ाना शुरू करते है. विद्यालय की छत जर्जर है, जिसका प्लास्टर बच्चों के सिर पर पढ़ाई करते वक्त गिरता रहता है. पानी बरसने पर पानी भी टपकता है. अध्यापकों ने इसकी शिकायत विभाग तक पंहुचाई है. लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.