गोण्डा: उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम से किए गए भर्ती फर्जीवाड़े को लेकर पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. शासन ने इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है. वहीं गोण्डा में असली अनामिका शुक्ला के सामने आने के बाद इस मामले में नया खुलासा हुआ है. जिले के तरबगंज तहसील के एक एडेड स्कूल ने अनामिका को अस्थायी नियुक्ति पत्र जारी कर नौकरी देने का दावा किया है. हालांकि स्कूल की तरफ से अनामिका को दिए गए नियुक्ति पत्र में न तो पत्रांक संख्या है और न ही डिस्पैच नंबर दिया गया है. नियुक्ति पत्र में अनामिका को पूर्व की भांति नियुक्ति देने के बात लिखी गई है.
अनामिका शुक्ला को मिले नियुक्ति पत्र को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और यह आशंका जताई जा रही है कि अनामिका शुक्ला के मामले को दबाने के लिए कहीं शिक्षा माफियाओं ने एक और फर्जीवाड़े की तैयारी तो नहीं की है. फिलहाल अगर इस मामले की जांच आगे बढ़ती है तो इसमे कोई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. वहीं नौकरी पाकर अनामिका शुक्ला काफी खुश दिख रही हैं.