उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

गोण्डा: अनामिका शुक्ला को मिला बिना पत्रांक संख्या वाला नियुक्ति पत्र - अनामिका शुक्ला प्रकरण

उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले स्थित तरबगंज तहसील के एक एडेड स्कूल ने अनामिका को अस्थायी नियुक्ति पत्र जारी कर नौकरी देने का दावा किया है. वहीं स्कूल की तरफ से अनामिका को दिए गए नियुक्ति पत्र में न तो पत्रांक संख्या है और न ही डिस्पैच नंबर दिया गया है.

anamika shukla got job in school in gonda
अनामिका शुक्ला को मिली नौकरी.

By

Published : Jun 13, 2020, 5:36 PM IST

Updated : Jun 13, 2020, 6:30 PM IST

गोण्डा: उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम से किए गए भर्ती फर्जीवाड़े को लेकर पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. शासन ने इस मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी है. वहीं गोण्डा में असली अनामिका शुक्ला के सामने आने के बाद इस मामले में नया खुलासा हुआ है. जिले के तरबगंज तहसील के एक एडेड स्कूल ने अनामिका को अस्थायी नियुक्ति पत्र जारी कर नौकरी देने का दावा किया है. हालांकि स्कूल की तरफ से अनामिका को दिए गए नियुक्ति पत्र में न तो पत्रांक संख्या है और न ही डिस्पैच नंबर दिया गया है. नियुक्ति पत्र में अनामिका को पूर्व की भांति नियुक्ति देने के बात लिखी गई है.

बगैर पत्रांक के जारी किया गया नियुक्ति पत्र.

अनामिका शुक्ला को मिले नियुक्ति पत्र को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं और यह आशंका जताई जा रही है कि अनामिका शुक्ला के मामले को दबाने के लिए कहीं शिक्षा माफियाओं ने एक और फर्जीवाड़े की तैयारी तो नहीं की है. फिलहाल अगर इस मामले की जांच आगे बढ़ती है तो इसमे कोई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. वहीं नौकरी पाकर अनामिका शुक्ला काफी खुश दिख रही हैं.

अनामिका शुक्ला को भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय रामपुर टेंगरहा के प्राथमिक अनुभाग में सहायक अध्यापिका के पद पर अस्थाई नौकरी दी गई है. शुक्रवार को सौंपे गए नियुक्ति पत्र में छात्रों की संख्या के मुकाबले शिक्षकों की कमी का हवाला दिया गया है. यही नहीं, अनामिका शुक्ला को नौकरी ज्वॉइन करने के लिए तीन दिन की मोहलत भी दी गई है.

गोण्डा: अनामिका शुक्ला प्रकरण में पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज

स्कूल के प्रबंधक दिग्विजय पाण्डेय ने बताया कि अनामिका प्रकरण में हुए फर्जीवाड़े की जानकारी होने के बाद उन्होंने अनामिका शुक्ला को अपने स्कूल में नौकरी दी है, जिससे उनके परिवार का खर्च चल सके. वहीं जब प्रबंधक से नियुक्ति पत्र पर पत्रांक व डिस्पैच नंबर नहीं होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र पर पत्रांक व डिस्पैच नंबर होना चाहिए, ज्वॉइनिंग के बाद नंबर डाल दिया जाएगा.

Last Updated : Jun 13, 2020, 6:30 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details