गोण्डा:अगर कुछ कर गुजर जाने की ललक हो, तो उम्र का कोई भी बंधन आपको रोक नहीं सकता. कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है विकासखंड इटियाथोक क्षेत्र के रहने वाले बुजुर्ग रामकरण प्रजापति ने. दरअसल, रामकरण प्रजापति ने उम्र के 78वें साल में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है. पेशे से मिट्टी के बर्तन बनाने वाले रामकरण प्रजापति ने 1997 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी और अब उन्होंने 2020 में इंटरमीडिएट की परीक्षा देने का संकल्प लिया है.
रामकरण प्रजापति के इस कदम की चारों तरफ चर्चा हो रही है. उन्होंने हिंदी साहित्य का प्रथम प्रश्न पत्र गोंड़ा के मनकापुर क्षेत्र के एपी इंटर कॉलेज में दिया. रामकरण ने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पेड़ारन से यूपी बोर्ड की परीक्षा का फार्म भरा था. रामकरण प्रजापति का जन्म 11 जुलाई 1942 में हुआ था और उन्होंने 1997 में हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी.