गोण्डा: जिले के विभिन्न सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में तैनात तदर्थ अंशकालिक 42 शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 3 वर्ष से वेतन नहीं मिला है. इसका असर उनके परिवारों पर पड़ रह है. लंबे इंतजार के बाद शिक्षक अब जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर विगत कई दिनों से अनवरत धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
तीन साल से नहीं मिला शिक्षकों को वेतन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे शिक्षकों का आरोप है कि हम लोगों को राजकोष से नियमित वेतन भुगतान हो रहा था. तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक ने बिना किसी ठोस आधार के नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए एक आदेश पारित कर विगत वर्ष हम लोगों का वेतन रोक दिया.
आंदोलनकारी शिक्षकों का कहना है कि तत्कालीन मंडलायुक्त ने नियुक्ति अभिलेखों को विभिन्न संलग्नक के साथ प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा को भेजकर वेतन रोके जाने की कार्रवाई का मार्गदर्शन मांगा. प्रमुख सचिव द्वारा वेतन भुगतान की कार्रवाई को उचित ठहराया गया.
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उच्च न्यायालय ने जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश को स्थगित कर दिया है फिर भी शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है. शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का आरोप है वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं की भुगतान न करना पड़े और मामले को न्यायालय में विवादित कर दिया जाए.