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सेना के मृत जवान का शव एंबुलेंस से आने पर ग्रामीणों ने काटा बवाल, शहीद का दर्जा देने की मांग

गाजीपुर के वृंदावन गांव निवासी सैनिक की असम में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. मृत फौजी का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से न लाए जाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया. ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह गाजीपुर-वाराणसी मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करते हुए जमकर बवाल काटा. वहीं सेना का वाहन आने पर ग्रामीण शांत हुए और मृत जवान का शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए.

मृत सेना के जवान का शव एंबुलेंस से आने पर ग्रामीणों ने काटा बवाल
मृत सेना के जवान का शव एंबुलेंस से आने पर ग्रामीणों ने काटा बवाल

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Published : Jun 4, 2021, 3:51 PM IST

Updated : Jun 4, 2021, 4:08 PM IST

गाजीपुर: जिले के वृंदावन गांव निवासी सैनिक की असम में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. शहीद का दर्जा दिए जाने और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की मांग को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह गाजीपुर-वाराणसी मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करते हुए जमकर बवाल काटा. इस दौरान रोडवेज, प्राइवेट वाहनों के साथ ही सरकारी वाहन में तोड़-फोड़ की. करीब चार घंटे बाद सेना का वाहन आने पर ग्रामीण शांत हुए और मृत जवान का शव लेकर गांव वृंदावन के लिए रवाना हुए. जौहरगंज श्मशान घाट पर जवान का अंतिम संस्कार किया गया.

मृत सेना के जवान का शव एंबुलेंस से आने पर ग्रामीणों ने काटा बवाल

क्या है मामला
जिले के हरियाबाद थाना क्षेत्र के वृंदावन गांव निवासी सैनिक अभिषेक यादव में असम के मीसामारी में तैनात थे. बीते 29 मई को पहाड़ी पर लगे सैनिक कैंप से नीचे उतरते समय अनियंत्रित होकर जीप खाई में गिरने से सेना के जवान अभिषेक यादव घायल हो गए थे. असम के तेजपुर स्थित सैनिक अस्पताल में बीते 2 जून को इलाज के दौरान अभिषेक यादव की मौत हो गई थी. शुक्रवार को पार्थिव शरीर राजधानी एक्सप्रेस से वाराणसी आया. वहां से प्राइवेट एंबुलेंस से परिवार के लोग पार्थिव शरीर लेकर घर आ रहे थे. इसी बीच जैसे ही ग्रामीणों को इस बात की जानकारी हुई कि जवान का शव सैनिक वाहन से नहीं आ रहा है, सैकड़ों युवा गाजीपुर-वाराणसी मार्ग पर सिधौना पहुंच गए और जिस एम्बुलेंस में जवान का शव रखा था, उसे रोकते हुए सुबह करीब सात बजे मार्ग को जाम कर प्रदर्शन शुरु कर दिया. ग्रामीणों ने जवान को शहीद का दर्जा देने, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने और शव को सेना के वाहन से गांव तक लाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. इसकी जानकारी होते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया. कुछ ही देर सैदपुर एसडीएम विक्रम सिंह, जखनियां एसडीएम सूरज यादव, एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी के साथ ही सिधौना चौकी और आसपास के थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई.

रोड को किया जाम

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सेना का वाहन पहुंचने पर शांत हुए ग्रामीण
इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने कई रोडवेज, प्राइवेट बसों के साथ ही कई सरकारी वाहन में तोड़-फोड़ किया. उधर जाम के चलते मार्ग पर दोनों तरफ कई किलोमीटर की वाहनों की लम्बी कतारे लग गई थी. प्रदर्शनकारी अधिकारियों की कुछ भी सुनने को राजी नहीं है. आखिरकार करीब 11 बजे के करीब वाराणसी से सेना का वाहन पहुंचा, सेना का वाहन आने पर ग्रामीण शांत हुए और उस पर मृत जवान का शव लेकर गांव वृंदावन के लिए रवाना हुए. पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. यहां एसडीएम और पुलिस अधिकारियों के साथ ही सेना के जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित करते हुए अंतिम सलामी दी. इसके बाद सैदपुर के जौहरगंज स्थित श्मसान घाट पर जवान का संस्कार किया गया.

Last Updated : Jun 4, 2021, 4:08 PM IST

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