गाजीपुर: जिले में शुक्रवार को पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच उस समय नोकझोंक और झड़प हो गई, जब सपा कार्यकर्ता पांच सूत्रीय मांगों का एक पत्रक लेकर जिलाधिकारी को सौंपने निकले. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हुजूम के साथ डीएम को पत्रक देने से रोक दिया. इस दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई. बाद में पांच सूत्रीय मांगों का पत्रक डीएम ओमप्रकाश आर्य के प्रतिनिधि सीआरओ को सौंपा गया.
झड़प के बाद सीआरओं को पत्रक सौंपा गया. - शुक्रवार को पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ता डीएम को पत्रक देने पहुंचे.
- पुलिस द्वारा रोकने पर सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक और झड़प हुई.
- झड़प के बाद पांच सूत्रीय मांगों का पत्रक डीएम ओमप्रकाश आर्य के प्रतिनिधि सीआरओ को सौंपा गया.
पुलिस से नोकझोंक के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
बता दें कि शुक्रवार को सपा कार्यकर्ता अपने कार्यालय से जिलाधिकारी को पत्रक देने के लिए निकले. जैसी ही सपा कार्यकर्ता बाहर निकले, मौके पर मौजूद शहर कोतवाल दिलीप सिंह और गोराबाजार चौकी प्रभारी अनुराग गोस्वामी ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद पहले कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों में कहासुनी हुई और फिर झड़प होने लगी. इसी दौरान सपा कार्यकर्ता अखिलेश यादव जिंदाबाद का नारा लगाने लगे.
पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प. पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं की वार्ता के बाद शहर कोतवाल ने पांच लोगों को पत्रक देने जाने की अनुमति दी. इसके बाद कार्यकर्ता पुलिस के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. हालांकि उस वक्त जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य मौजूद नहीं थे, जिसके बाद सपा कार्यकर्ता डीएम के प्रतिनिधि सीआरओ को पत्रक सौंपकर वापस लौटे. बता दें कि पत्रक में जिले के समस्त सहकारी समितियों पर यूरिया खाद का संकट, किसानों की समस्याओं का एक सप्ताह के अंदर निस्तारण का अल्टीमेटम, गाजीपुर सदर के जंजीरपुर, अहिरपुरवा में पास नगरपालिका द्वारा कूड़े की अवैध डंपिंग तत्काल रोकने, फतेउल्लाहपुर स्थित सुखविर एग्रो एनर्जी से जली हुई राख द्वारा फैल रहे प्रदूषण को तत्काल रोकने संबंधी मांग पत्र सौंपा गया. साथ ही इसके लिए जिम्मेदार दोषी अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की गई.