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श्मशान घाटों पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर लगी रोक, लोग परेशान

गाजीपुर इन दिनों मौत के आंकड़े को लेकर काफी सुर्खियों में है. पिछले दिनों गंगा घाटों पर एकाएक लाशों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया था. जिसके बाद एक्शन में आए जिला प्रशासन ने जल प्रवाह करने वाले लोगों पर पैनी नजर रखते हुए प्रतिबंधित कर दिया था.

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Published : May 21, 2021, 8:24 AM IST

श्मशान घाटों पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर लगी रोक
श्मशान घाटों पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर लगी रोक

गाजीपुरः जिले के श्मशान घाट पर आने वाले शवों के अंतिम संस्कार के बाद इसके संचालक मृत्यु प्रमाण पत्र की पर्ची देते थे. जिसे लेकर परिवार के लोग नगरपालिका या फिर ग्राम पंचायत में मृत्यु का रजिस्ट्रेशन कराते थे. लेकिन अब जिला प्रशासन और नगर पालिका ने इस तरह के प्रमाण पत्र देने पर रोक लगा दिया है. जिसके चलते श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने वाले लोगों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर लोगों में रोष फैला है. सबसे अधिक परेशानी दूसरे जिले से आने वाले लोगों को हो रही है. दरअसल इस जिले के कर्मचारी या अधिकारी मृत्यु का वेरिफिकेशन करने दूसरे जिले में कैसे जाएंगे.

मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर लगी रोक, लोग परेशान
मृत्यु प्रमाण पत्र लेने में हो रही लोगों को परेशानी

वहीं गाजीपुर के श्मशान घाट पर परिजनों का अंतिम दाह संस्कार करने वाले लोग दाह संस्कार करने के पश्चात घाट संचालकों से मृतक का नाम, पता और अन्य जानकारियां दर्ज कर मृत्यु प्रमाण पत्र लिया करते थे. इसी प्रमाण पत्र के जरिए नगर पालिका ग्राम पंचायत में कागजात को जमा कर मृत्यु सर्टिफिकेट लिया करते थे. लेकिन एकाएक से जिले में मौतों का आंकड़ा बढ़ने के बाद प्रशासन ने श्मशान घाट संचालकों पर इस तरह के प्रमाण पत्र देने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया. जिसको लेकर इन दिनों श्मशान घाट संचालकों और दाह संस्कार करने वाले लोगों में बहस की भी नौबत आ रही है. कभी-कभी ये बहस मारपीट में भी तब्दील हो जा रही है. घाट पर आए लोगों ने बताया कि यहां पर प्रमाण पत्र मिल जाने से हम लोगों को काफी सहूलियत होती थी. लेकिन अब नहीं मिलने से काफी दिक्कतों का सामना पड़ेगा.

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जिला प्रशासन ने प्रमाण पत्र पर लगवाया रोक

घाट संचालकों ने बताया कि 12 मई को जिला प्रशासन ने बैठक में बुलाया था और निर्देश दिया था कि आप आगे से किसी को प्रमाण पत्र नहीं देंगे. इसके साथ ही श्मशान घाट पर आए शवों का अपने रजिस्टर में पूरा ब्यौरा दर्ज करेंगे.

डोम राजा कर रहे थे अवैध वसूली

वहीं इस मामले पर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के मुताबिक पूर्व में श्मशान घाट पर पर्ची देने के नाम पर अवैध वसूली की जाती थी और उस पर्ची का कोई भी औचित्य नहीं है. क्योंकि सरकारी विभागों के जारी प्रमाण पत्र ही हर जगह मान्य होते हैं. ये पूरी व्यवस्था ऑनलाइन होती है. मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए नगरपालिका ग्राम पंचायत और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से जारी प्रमाण पत्र ही मान्य हैं. ऐसे में शासन में आय निर्देशों के क्रम में इनके जारी किए जाने वाले प्रमाण पत्र पर रोक लगा दिया गया.

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