गाजीपुर:जिले के एसपी ने नन्दगंज के सिरगीथा में हुए दो सगे भाइयों के हत्याकांड का खुलासा किया है. अंबेडकर जयंती के दिन दो पक्षों में नाच के दौरान जमकर मारपीट हो गई थी. खुन्नस में अभियुक्त ने मृतक दोनों भाइयों की गुमटी जला दी थी, जिसके चलते पंचायत ने मृतक विजय को 5000 की जगह 65000 का मुआवजा दिलवाया था. तभी से अभियुक्त दोनों भाइयों को मारने की फिराक में था, जिसके बाद उन्होंने रविदास जयंती के बाद मूर्ति विसर्जन के दिन हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया था.
मामले की जानकारी देते पुलिस अधिकारी. बता दें कि नंदगंज पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों के पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद कर ली गई है. घटना को अंजाम देने के लिए अभियुक्तों ने एक माह पूर्व मुंगेर की पिस्टल और कारतूस खरीदा था. सुनियोजित ढंग से आरोपी उन पर नजर रख रहे थे.पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपी कन्हैया को तुरई कबाड़ी बाजार से, आरोपी पियूष बिन्द और अश्वनी को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता चला की मृतक विजय के बीच अंबेडकर जयंती में नाच के दौरान विवाद में मारपीट हुई थी, जिसके बाद विजय ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए वहां के लोगों से उसे पिटवाया था. इसके बाद खुन्नस में अभियुक्त ने मृतक की गुमटी को जला दिया था. इसके बाद पंचायत द्वारा मृतक विजय को 5000 की जगह 65000 रुपये दिलवाया गया था. इस पूरे घटनाक्रम से नाराज अभियुक्त ने बदला लेने के लिए एक माह पूर्व मुंगेर की पिस्टल और कारतूस खरीदा था. बकायदा उसकी टेस्टिंग भी किया. इसके बाद उसने अपने साथ अश्वनी और पीयूष को साथ लेकर इस वारदात को अंजाम दिया. मृतक विजय और उसका भाई प्रद्युमन बीते 9 फरवरी को दुकान बंद करके घर जा रहे थे. रास्ते में आरोपी ने विजय को गोली मारी, जिसके बाद उसका भाई प्रद्युमन विरोध करने लगा तब कन्हैया ने प्रद्युमन को भी गोली मार दी.
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