गाजीपुर: उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले मरदह गांव पहुंचे, जहां दो-तीन दिन पहले थाने में युवक की मौत की अफवाह के बाद पुलिसवालों पर पथराव की घटना पेश आई थी. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इसके बाद उक्त मामले में 87 लोगों को नामजद और करीब 50 अज्ञात लोगों के साथ ही मृतकों के नाम भी एफआईआर में दर्ज किए गए.
वहीं, मरदह गांव पहुंचे ओम प्रकाश राजभर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इधर, पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राजभर ने सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर अब पुलिसकर्मी भी जातिवाद का खेल खेल रहे हैं.
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बता दें कि इस घटना के एक दिन बाद भाजपा के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर भी पीड़ित परिवार से मुलाकात के लिए आए थे. लेकिन वे सिर्फ अपने जाति के पीड़ितों से मिलकर चले गए और यहां तक कि इस घटना में घायल उनकी पार्टी के मंडल अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य से उन्होंने मुलाकात नहीं की.
सरकार के इशारे पर पुलिस कर रही जातिवाद वहीं, इस घटना के बाद उक्त मामले में पुलिस की कारवाई पर निशाना साधते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पुलिस विभाग सरकार के इशारे पर भेदभाव कर रही है और जातिवाद का खेल खेल रही है. उन्होंने लखीमपुर खीरी के मामले पर केंद्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि कोर्ट नहीं होता तो देश के नेता ऐसे लोगों को गिरफ्तार भी नहीं करते.
साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो नामजद मुकदमा दर्ज किया है, उसमें पुलिस ने बदले की कार्रवाई की है. यहां तक कि मृतकों को भी नहीं बख्शा है और उनके खिलाफ भी मामले दर्ज हुए हैं. आखिर में भाजपा संग गठबंधन को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा से गठबंधन दिवास्वप्न है.