गाजीपुर: बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड (Usri Chatti Kand) में माफिया मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह 21 साल बाद आमने-सामने हो सकते हैं. दरअसल एमपी एमएलए कोर्ट ने गवाही के लिए मुख्तार अंसारी को 3 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है. इस मामले के मुख्य आरोपी बृजेश सिंह के खिलाफ कोर्ट में मुख्तार अंसारी की गवाही होगी.
15 जुलाई 2001 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद के उसरी चट्टी पर मऊ जा रहे माफिया मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें मुख्तार अंसारी के गनर और एक अन्य साथी की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे. इस मामले में मुख्तार अंसारी ने माफिया बृजेश सिंह को मुख्य आरोपी बनाया है. वहीं माफिया त्रिभुवन सिंह और स्व. अनिल सिंह को भी आरोपी बनाया. माफिया त्रिभुवन सिंह मिर्जापुर जेल में बंद है. इसी मामले में गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने 3 जनवरी को मुख्तार अंसारी को 3 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया है. 21 साल बाद मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह 21 साल बाद आमने-सामने हो सकते हैं. इस संबंध में एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि बृजेश सिंह अक्सर वकालतन उपस्थित रहते है. ऐसे में वो 3 जनवरी को कोर्ट में उपस्थित हो सकते हैं.