गाजीपुर :सरकारी योजनाओं को अधिकारी और कर्मचारी किस तरह पलीता लगाते हैं, इसकी एक बानगी जनपद गाजीपुर में सामूहिक विवाह सम्मेलन के दौरान देखने को मिली. यहां बिना सिंदूर और कलश के ही कई जोड़ों की शादी का कोरम पूरा करा दिया गया. यही नहीं, इस अव्यवस्था से कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि गाजीपुर के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल भी काफी नाराज दिखे.
दरअसल, प्रदेश सरकार की ओर से गरीब और असहाय परिवार की कन्याओं के विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Chief Minister Mass Marriage Scheme) के तहत यहां नवीन स्टेडियम में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें एक शादी पर कुल 51000 बतौर अनुदान दिया गया. इसे लेकर गाजीपुर के नवीन स्टेडियम में सारी व्यवस्थाएं की गईं.
मुख्य अतिथि गाजीपुर के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला (Anand Swaroop Shukla) रहे जो सामूहिक विवाह की व्यवस्था को देखकर कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ कर चलते बने. वहीं इस सामूहिक विवाह में 1500 जोड़ों की जगह 500 के आसपास ही जोड़े आ सके. जो आए भी उनमें इस विवाह को लेकर कोई रुझान नहीं दिख रहा था. ऐसा लगा मानों केवल कागजी कोरम पूरा किया जा रहा हो. मौके पर सभी जोड़ों के लिए न तो सिंदूर दान की व्यवस्था की गई थी और न ही फेरे के लिए कलश की.
वहीं जहां हिंदू धर्म में बिना मंडप और शहनाई के विवाह संपन्न नहीं माना जाता, वहीं इस सामूहिक विवाह में न तो कोई विवाह मंडप था और न ही कोई शहनाई की व्यवस्था की गई थी. इसे देखकर प्रभारी मंत्री भड़क गए और उन्होंने अपना सम्मान भी नहीं कराया. कार्यक्रम स्थल से चले गए.