मुख्तार अंसारी के करीबी नपं चेयरमैन रियाज अंसारी के घर कुर्की का नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई करती पुलिस टीम गाजीपुर: बहुचर्चित निकहत परवीन केस में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के करीबी बहादुरगंज नपं चेयरमैन रियाज अंसारी समेत परवेज जमाल व दो अन्य आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की का नोटिस जारी कर दिया है. शनिवार को कोर्ट से नोटिस मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल ही अग्रिम कार्रवाई करते हुए सभी फरार आरोपितों के दरवाजे पर मुनादी कराई. इसके बाद दरवाजे पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने के साथ ही लोगों को कार्रवाई के बारे में सूचित किया.
बहादुरगंज नपं की पूर्व चेयरमैन निकहत परवीन के पति रियाज अंसारी वर्तमान में चेयरमैन हैं. निकहत परवीन बहादुरगंज के ही एक मदरसे में सहायक अध्यापिका थीं. शिकायत मिलने पर अल्पख्यंक विभाग द्वारा जांच की गई, जिसमें पाया गया था कि फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर निकहत परवीन ने सरकारी नौकरी पाई थी. इस आधार पर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने के साथ ही कासिमाबाद थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था.
इस मुकदमे में निकहत परवीन के साथ ही रियाज अंसारी निवासी दखिन टोला बहादुरगंज, परवेज जमाल निवासी वार्ड नम्बर 12 कसाब टोला बहादुरगंज, नजीर अहमद वार्ड नम्बर दो बहादुरगंज व जियाउल इस्लाम निवासी चंदनपुरा थाना कोपागंज जिला मऊ को भी शामिल किया गया था. मामले में मुख्य आरोपित निकहत परवीन को पूर्व में ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अपराध जगत में मुख्तार अंसारी के खौफ का फायदा उठाने वाले बहादुरगंज नपं चेयरमैन रियाज अंसारी समेत अन्य तीन आरोपित मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहे हैं. इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश डाल रही है, लेकिन यह पकड़ में नहीं आ रहे हैं. ऐसे में एक सप्ताह पूर्व पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर अदालत ने फरार चारों आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर चुकी है.
फरार चल रहे आरोपित रियाज अंसारी, परवेज जमाल व नजीर अहमद का पैतृक आवास बहादुरगंज कस्बे में ही है, जबकि चौथे आरोपित जियाउल इस्लाम का घर मऊ जिले में है. कार्रवाई के बाद से ही रियाज, परवेज और नजीर अपने पूरे परिवार के साथ घर छोड़कर फरार है. जबकि जियाउल इस्लाम के घर के कुछ सदस्य उसके पैतृक आवास पर रह रहे हैं.
शनिवार को जब पुलिस रियाज, परवेज और नजीर के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा करने पहुंची तो वहां कोई नहीं मिला. ऐसी स्थिति में पुलिस ने मुनादी कराकर मुहल्ले के लोगों को कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. निकहत परवीन के केस में अपने गुरु परवेज जमाल के खिलाफ ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई से उसके साथी काफी सहम गए हैं. बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती के दौरान परवेज जमाल की शह पर उसके साथियों ने अकूत काला धन कमाया था.
परवेज जमाल का हमराज उसका साथी जो प्राइमरी स्कूल का अध्यापक है उसके खिलाफ विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर दो सदस्यीय जांच कमेटी बैठाई गई है. सूत्र बताते हैं कि पूर्व के उसके कार्यो की जांच कमेटी के लोग कर रहे है. जमाल के कार्यकाल के दौरान उसके चेले ने विभाग में क्या-क्या गड़बड़िया की है, उसका डिटेल खंगाला जा रहा है. हालांकि इस कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है.
कोर्ट से धारा-82 के तहत कुर्की की नोटिस तामील कराने के बाद बहादुरगंज चौकी इंचार्ज आशुतोष शुक्ला व महिला एसआई पल्लवी सिंह पुलिस फोर्स के साथ आरोपितों के घर पर पहुंचे. इस दौरान कासिमाबाद थाने के भी पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे. सभी फरार आरोपितों के घर के दरवाजे पर नोटिस चस्पा कर दी गई है. पुलिस टीम लगातार आरोपितों की तलाश में जुटी है. जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है. बहुत जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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