काठमांडू/गाजीपुरः नेपाल के पोखरा में यति एयरलाइंस के विमान दुर्घटनाग्रस्त होने में मारे गए सभी पांच भारतीयों के शवों की पहचान उनके परिवार वालों ने कर ली है. शवों को परिवार वालों को सोमवार को सौंप दिया गया. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि पांच भारतीयों में चार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के थे, जिनकी पहचान विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27), सोनू जायसवाल (35) और अभिषेक कुशवाहा (25) के रूप में की गई है. वहीं, पांचवा बिहार के संजय जायसवाल (26) थे. गौरतलब है कि 15 जनवरी को यति एयरलाइंस का विमान उतरने से कुछ मिनट पहले पोखरा में पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान में उस समय चार क्रू मेंबर समेत 72 लोग सवार थे.
सभी शव त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल में रखे गए थे. यहां पर पीड़ितों के परिवार वालों द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूतों के आधार पर शनिवार को विशाल शर्मा के शव की पहचान हुई थी. चिकित्सकों ने रविवार को अनिल कुमार राजभर और अभिषेक कुशवाहा के शवों की पहचान की. सोमवार को सोनू जायसवाल के शव की पहचान हुई. त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल के सूत्रों के मुताबिक अस्पताल ने सोमवार को सोनू जायसवाल, अनिल कुमार राजभर, अभिषेक कुशवाहा और विशाल शर्मा के शव उनके परिजनों को सौंप दिए. परिवार के एक सदस्य ने फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया कि शव लेने के बाद परिजन भारत के लिए रवाना हो गए. संजय जायसवाल का शव उनके परिवार को सौंपे जाने के बाद पिछले सप्ताह भारत वापस ले जाया गया था. दुर्घटनास्थल से अब तक 71 शव बरामद किए जा चुके हैं और शेष एक व्यक्ति की तलाश की जा रही है.
इसके पहले सोमवार की सुबह हादसे में मारे गए युवकों के परिजनों ने डेड बॉडी गांव वापस मंगाने के लिए सोमवार को गाजीपुर डीएम से गुहार लगाई. डीएम कार्यालय पहुंचे परिजनों ने डीएम की गैर मौजूदगी में एसडीएम को अपना पत्र सौंपकर डेड बॉडी गांव मंगवाने की गुहार लगाई. इस दौरान परिजनों के साथ कांग्रेस के पदाधिकारी भी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की. एसडीएम ने उनकी मांग को आगे पहुंचाने का आश्वासन दिया.