गाजीपुर :जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के फरीदहा गांव की निवासी आरओ आईपी प्रियंका पांडेय ने जिले का नाम रौशन किया है. उन्होंने पुलिस की नौकरी में दर्जनों पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया है. प्रियंका स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बलदाऊ पांडेय की पुत्रबधू हैं. उन्हें शातिर महिला गैंगेस्टर की गिरफ्तारी करने और जरुरतमंदों को तत्काल पीआरवी सहायता उपलब्ध कराने को लेकर पुरस्कार दिया गया है. आरक्षी प्रियंका ने कोरोना काल में भी आम जनता की सेवा उपलब्ध कराने में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है.
गाजीपुर : आरक्षी प्रियंका पांडेय को मिला जांबाजी का पुरस्कार - आरक्षी प्रियंका पांडेय
यूपी के गाजीपुर जिले के खानपुर थाना क्षेत्र के फरीदहा गांव की निवासी आरओ आईपी प्रियंका पांडेय ने जिले का नाम रौशन किया है. उन्होंने पुलिस की नौकरी में दर्जनों पुरस्कार और प्रशस्तिपत्र प्राप्त किए हैं.
आप को बता दें कि प्रियंका वर्ष 2011 में पुलिस सेवा में आई थीं. प्रियंका का विवाह 2011 में फरीदहा निवासी अजित पांडेय के साथ हुई है. प्रियंका का एक 6 साल का बेटा भी है. जिसका नाम शौर्य है. सुल्तानपुर जिले में पोस्टिंग होने के बाद प्रियंका अपने बेटे के साथ वहां रहती हैं. इस दौरान प्रियंका ने अपनी जाबांजी और सूझबूझ से कई मामलों को निपटाया है. कोरोना काल में प्रियंका ने एक कैंसर पीड़ित महिला को 100 किलोमीटर दूर से खुद के पैसे से दवा लाकर जीवन दान दिया था. प्रियंका के नाम कई ऐसे कारनामें हैं. प्रियंका के इसी जज्बे को सलाम करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया गया है. मिशन शक्ति अभियान के शुभारंभ पर उन्हें सुल्तानपुर जिले के पुलिस कप्तान द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.