गाजीपुर : 26 जनवरी को किसान आंदोलन के मद्देनजर ट्रैक्टर रैली का आह्वान किया गया है, जिसको लेकर कई प्रदेशों से इस रैली को हरी झंडी भी मिल चुकी है. वहीं गाजीपुर में इस ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस प्रशासन की तरफ से एक फरमान दो दिन पहले जारी किया गया कि किसी भी ट्रैक्टर में या फिर गैलन में तेल नहीं दिया जाएगा. इसको लेकर कुछ थाना क्षेत्रों में नोटिस जारी किया गया तो कुछ पेट्रोल पंपों पर चस्पा भी किया गया. वहीं नोटिस जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा. इसके बाद पुलिस की तरफ से ट्वीट कर इस फैसले को वापस लेने और जांच कराने के लिए एसपी ग्रामीण को सौंपने की बात कही गई. वहीं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने इस पर ऐतराज जताते हुए सरकार और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने एलान किया कि आज गाजीपुर में भी ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. भले ही वह रैली ट्रैक्टरों को धक्का देकर निकाली जाए. हालांकि उन्होंने रैली के रुट के बारे में कुछ नहीं बताया.
तेल पर पाबंदी से भड़के पूर्व मंत्री, कहा- ट्रैक्टर को धक्का देकर निकालेंगे रैली
गाजीपुर में पेट्रोल पम्पों पर ट्रैक्टर को तेल न देने के प्रशासन के फरमान का विरोध करते हुए पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने सरकार और स्थानीय प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने कहा कि चाहे ट्रैक्टर को धक्का ही लगाना पड़े लेकिन रैली तो निकालेंगे. हालांकि जिला प्रशासन ने ऐसा कोई भी आदेश जारी न करने की बात कही है.
वहीं इस फैसले से आम किसानों और पेट्रोल पंप संचालकों में क्या माहौल है, इस बात का रियलिटी चेक ईटीवी भारत ने किया. हम सबसे पहले पहुंचे ताड़ीघाट स्थित उस पेट्रोल पंप पर जहां का नोटिस वायरल हुआ था. यहां पंप के मैनेजर से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया नोटिस और हिदायत मिली थी लेकिन अब सभी को तेल दिया जा रहा है. वहीं कोतवाली थाना क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप के मैनेजर ने बताया कि दो दिनों पूर्व कोतवाली पुलिस ने इस तरह की हिदायत दी थी. जिसका पालन अभी तक किया जा रहा है क्योंकि अभी तक तेल दिए जाने के संबंध में कोई भी सूचना पुलिस के द्वारा अभी तक नहीं दी गई है. वैसे पिछले दो दिनों से कोई भी ट्रैक्टर उनसे पेट्रोल पंप पर नहीं आया.
इस बारे में स्थानीय किसानों और नागरिकों से बात की गई तो उन्होंने जिला प्रशासन के इस आदेश को गलत बताया. वहीं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से तुगलकी फरमान है क्योंकि सरकार को यह गुमान है कि वह अधिकारियों के बल पर कुछ भी कर लेगी. लेकिन उन्हें पता नहीं है की सरकार अधिकारी नहीं बल्कि आम जनता बनाती है. वहीं उन्होंने खुला एलान किया कि 26 जनवरी को गाजीपुर में भी ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. भले ही वह रैली ट्रैक्टरों को धक्का देकर निकाली जाए. वहीं इस पूरे प्रकरण पर पुलिस विभाग के द्वारा इस आदेश के ट्वीट का खंडन करते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. लेकिन जब इस मामले पर पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.