गाजीपुर: जनपद में मूर्तिकारों की जिंदगी बदरंग हो गई है. मूर्तियों की तकदीर गढ़ने वालों की तकदीर ने उनका साथ नहीं दिया. लगातार हो रही बारिश ने इनके कई दिनों की मेहनत पर भी पानी फेर दिया है. कोलकाता से आकर 3 माह पहले ही कारीगरों ने मां दुर्गा की प्रतिमाएं बनाने का काम शुरू कर दिया था. लगातार बारिश और बाढ़ के चलते ज्यादातर मूर्तियां पानी में डूब कर खराब हो गईं.
मूर्तिकारों की मेहनत हुई बर्बाद, बाढ़ के पानी में डूबीं दुर्गा प्रतिमाएं - बाढ़ ने डाला मूर्तिकारों के जीवन पर प्रभाव
उत्तर प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. बारिश ने गाजीपुर में मूर्ति बना रहे कारीगरों की महीनों की मेहनत पर भी प्रभाव डाला है. बारिश और बाढ़ के चलते ज्यादातर मूर्तियां पानी में डूब कर खराब हो गईं.
![मूर्तिकारों की मेहनत हुई बर्बाद, बाढ़ के पानी में डूबीं दुर्गा प्रतिमाएं](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-4655911-thumbnail-3x2-im.jpg)
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ये बोले मूर्तिकार
पानी भरने की वजह से मूर्तियां खराब हो गई हैं. 40 मूर्तियां बनकर तैयार थीं लेकिन इस बारिश से सब बर्बाद हो गईं. आठ लाख रुपये का घाटा हो चुका है. जहां मूर्ति बनाई जा रही थीं वहां चारों तरफ दीवार थी. पानी के दबाव के चलते दीवार टूट गई. जिससे निर्माण स्थल में कमर भर पानी भर गया और सभी मूर्तियां बर्बाद हो गईं. वही स्थानीय सभासद ने बताया कि 4 दिन लगातार हुई बारिश से कुछ इलाकों का पानी खोला गया. इससे इस इलाके में पहले से पानी होने के बावजूद अतिरिक्त पानी के दबाव से जलभराव हो गया.
कोलकाता से आए हैं मूर्तिकार
जनपद में ज्यादातर दुर्गा प्रतिमाओं का निर्माण कोलकाता से आए कारीगर करते हैं, लेकिन कारीगरों की कारीगरी पर बाढ़ ने पानी फेर दिया है. मूर्तिकार दुर्गा पूजा समितियों से मूर्ति बनाने का ऑर्डर तो ले चुके थे, लेकिन अब उनको पूरा नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में दुर्गा पूजा समिति के लोग मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अन्य जनपदों से लाने को मजबूर हैं.