गाजीपुर :गाजीपुर जिले के सुहवल थाना क्षेत्र में एक हादसा हो गया. सुहवल-ढढनी मार्ग पर रमवल गांव के पास एक मिनी बस अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में करीब 11 युवक घायल हो गए हैं. इनमें से कई की हालत गंभीर भी बताई जा रही है. घटना रविवार शाम करीब 4 बजे की है. वहीं जब घायल युवाओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल में लाया गया, तो वहां भारी अव्यवस्था दिखी. डॉक्टर घायल युवाओं का जमीन पर इलाज करते नजर आए.
मिली जानकारी के मुताबिक, मिनी बस में सभी युवक ही सवार थे, जो दानापुर (बिहार) से सेना भर्ती में फिजिकल टेस्ट देकर लौट रहे थे, तभी सुहवल-ढढनी मार्ग पर ये हादसा हो गया. हादसे के बाद घटना स्थल पर चीख-पुकार मच गई. शोर-शराबा सुन अगल-बगल के ग्रामीण तुरंत घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े. आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. मिनी बस में दबे हुए युवाओं को ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकाला गया. घायलों को पहले निजी चिकित्सक के यहां प्राथमिक उपचार कराने के बाद, सभी घायलों को एंम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां कई घायलो की हालत गंभीर बनी हुई है.
बस पलटने से 12 युवक घायल. दूसरी तरफ, घटना की सूचना घायल युवाओं के परिजनों को होते ही उनके यहां अफरा-तफरी मच गई. सभी भागे-भागे जिला चिकित्सालय पहुंच गये. घायलों ने बताया कि सभी लोग दानापुर में आयोजित सेना की भर्ती में फिजिकल टेस्ट देकर ट्रेन से दिलदारनगर पहुंचे. वहां से वे एक मिनी बस रिजर्व कर गांव के लिए निकल पड़े. युवाओं का कहना था कि चालक को उन्होंने धीमे चलने की बात कही, मगर वो बात को अनसुना कर बस चलाने में मसगूल था. बस अभी रमवल गांव से थोड़ा आगे बढ़ी थी कि सरकारी एफसीआई गोदाम के पास किनारे पलट गई. प्रत्यक्षदर्शियों व भर्ती से लौट रहे युवाओं ने बताया कि यह हादसा चालक की लापरवाही से हुआ है, जो मौके से भाग निकला.
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घायलों का जमीन पर इलाज करते दिखे डॉक्टर
एक तरफ जहां सभी घायलों को आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया तो वहीं जिला अस्पताल की दुर्व्यवस्था का भी पोल खुलकर सामने आ गया. यहां घायल मरीजों को स्ट्रेचर के अभाव में लोग गोद में लेकर इलाज कराते नजर आए. तो वहीं कुछ मरीजों को ग्लूकोज चढ़ाने के लिए स्टैंड नहीं होने की वजह से हाथों में बोतल लेकर लोग अपने मरीज का पानी चढ़वाते दिखे. वहीं डॉक्टर जमीन पर ही कुछ मरीजों का इलाज करते दिखे.