उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

गाजियाबाद: सबसे पुरानी रामलीला का मंचन कर रहे पेशेवर कलाकार, आज आखिरी दिन - 8 अक्टूबर को रावण दहन

श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी पिछले 121 सालों से रामलीला का आयोजन करा रही है. ये रामलीला गाजियाबाद की सबसे पुरानी रामलीला बताई जाती है.

श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी.

By

Published : Oct 8, 2019, 8:45 PM IST

Updated : Oct 8, 2019, 8:55 PM IST

गाजियाबाद: घंटाघर में श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी पिछले 121 सालों से रामलीला का आयोजन करा रही है. यहां 23 सितंबर से रामलीला का मंचन शुरू हुआ था, जो कि 8 अक्टूबर को रावण दहन के साथ समाप्त होगा.

श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी.

कमेटी पिछले 121 सालों से करा रही मंचन
शहर की ऐतिहासिक रामलीला के बारे में विस्तार से जानने के लिए ईटीवी भारत ने सुल्लामल रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरू बाबा से बातचीत की. उन्होंने बताया कि घंटाघर में श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी पिछले 121 सालों से रामलीला का मंचन करा रही है.

इस साल रामलीला का मंचन दिल्ली से आए पेशेवर कलाकार कर रहे हैं, जो कि टीवी और सीरियलों में काम कर चुके हैं. इस साल रामलीला को पूरी तरह से प्लास्टिक और पॉलिथीन से मुक्त रखा गया है. साथ ही रावण दहन के लिए प्रदूषण मुक्त आतिशबाजी का इंतजाम किया गया है.

5,000 लोगों के बैठने का खास इंतजाम
रामलीला में मंचन देखने के लिए दर्शकों के बैठने की खास व्यवस्था की गई है. इस साल करीब 5,000 लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है. रामलीला का मंचन नीरा बक्शी के निर्देशन में किया जा रहा है, जो कि दिल्ली की सबसे बड़ी द्वारका सेक्टर 10 की रामलीला का निर्देशन कर चुकी हैं. बता दें कि नीरा बक्शी बतौर एक्टर विभिन्न टेलीविजन विज्ञापनों में भी काम कर चुकी हैं.

Last Updated : Oct 8, 2019, 8:55 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details