नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जीडीए की तरफ से विकसित की गई 9 कॉलोनियों की रजिस्ट्री पर रोक लग सकती है. बिल्डर्स की मनमानी पर रोक लगाने के लिए जीडीए ने ये कदम उठाया है. अब प्लॉट और फ्लैट्स की रजिस्ट्री के दौरान बिल्डर्स को बताना होगा की स्वीकृत नक्शे के हिसाब से ही फ्लैटों का निर्माण किया गया है.
GDA कॉलोनियों की रजिस्ट्री पर लग सकती है रोक, नहीं चलेगी बिल्डर्स की मनमानी - Ghaziabad latest News
गाजियाबाद में अब प्लॉट और फ्लैट्स की रजिस्ट्री के दौरान बिल्डर्स को बताना होगा की स्वीकृत नक्शे के हिसाब से ही फ्लैट्स का निर्माण किया गया है.
बता दें कि पिछले दिनों जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा और सहायक स्टांप आयुक्त कृष्ण कुमार के साथ हुई बैठक में ये निर्णय लिया गया था. शहर में अवैध निर्माण के चलते बिल्डर भी नक्शे से ज्यादा प्लॉट का सोसाइटी में निर्माण करने से नहीं चूक रहे. जीडीए से अनुमति लेने के बाद भी कई बिल्डरों ने मानचित्र के हिसाब से निर्माण नहीं किया है और नियमों का उल्लंघन कर सिंगल यूनिट पर बहुमंजिला बिल्डिंग में फ्लैट के निर्माण किए हैं. इन्ही अवैध निर्माणों को देखते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने 9 कॉलोनियों के फ्लैटों की रजिस्ट्री पर रोक लगा सकती है.
ये 9 कॉलोनियां आईं घेरे में
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण सीमा क्षेत्र में विकसित 9 कॉलोनियों की सूची एआईजी स्टांप को सौंपी गई है. इसमें इंदिरापुरम, शालीमार गार्डन एक्सटेंशन फर्स्ट और सेकंड, कौशांबी, प्रताप विहार, राजेंद्र नगर, इंद्रप्रस्थ और स्वर्ण जयंती पुरम कॉलोनी शामिल है. जीडीए के अधिकारियों का कहना है कि इन कॉलोनियों में बिल्डर्स कम यूनिट का नक्शा पार करवाते हैं लेकिन वहां पर ज्यादा यूनिट का निर्माण करतें हैं.