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कोरोना वैक्सीन आने के बाद स्कूली बच्चों और पेरेंट्स का बढ़ा कॉन्फिडेंस

देश में 16 जनवरी को होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान माना जा रहा है. ऐसे में अब धीरे-धीरे शिक्षा व्यवस्था भी पटरी पर लौट रही है. गाजियाबाद में भी नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को स्कूल आने की इजाजत दी गई है. वैक्सीन के आने से छात्रों और अभिभावकों के मन में पहले से कोरोना के लिए कम डर है.

कोरोना वैक्सीन आने के बाद स्कूली बच्चों और पेरेंट्स का बढ़ा कॉन्फिडेंस
कोरोना वैक्सीन आने के बाद स्कूली बच्चों और पेरेंट्स का बढ़ा कॉन्फिडेंस

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Published : Jan 16, 2021, 4:17 AM IST

गाजियाबाद:कोरोना वैक्सीन आने के बाद स्कूली बच्चों का कॉन्फिडेंस भी बढ़ रहा है. मकर संक्रांति की छुट्टी के बाद जब स्कूल खुले हैं तो बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है. आपको बता दें कि फिलहाल नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को स्कूल आने की इजाजत दी गई है. 8 जनवरी को हुए आदेश में ये भी कहा गया है कि अब से एक ही शिफ्ट में क्लासेस चलेंगी. वहीं कोरोना वैक्सीन आने के बाद पेरेंट्स और बच्चों में काफी कॉन्फिडेंस देखा गया है. सोशल डिस्टेंसिंग का भी सभी पालन कर रहे हैं.

कोरोना वैक्सीन आने के बाद स्कूली बच्चों और पेरेंट्स का बढ़ा कॉन्फिडेंस

10 महीनों तक ऑनलाइन क्लास ने किया परेशान
गाजियाबाद में करीब 10 महीने से घर पर ऑनलाइन क्लास लेकर परेशान हो रहे स्कूली बच्चे अब ज्यादा संख्या में स्कूल आ रहे हैं. सर्दी के चलते स्कूलों की टाइमिंग 10 से 3 बजे तक की रखी गई है. आपको बता दें कि इससे पहले स्कूल दो शिफ्ट में चल रहे थे. स्कूलों में बच्चों की संख्या भी काफी कम थी, लेकिन वैक्सीन आने के बाद बच्चों के साथ-साथ उनके पैरंट्स का कॉन्फिडेंस बढ़ गया है. स्कूल में आकर प्रैक्टिकल की स्टडी भी आसानी से हो रही है.

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वैक्सीन से आगे की उम्मीद
बच्चों और उनके पैरेंट्स के अलावा टीचर्स को भी उम्मीद है कि आने वाला नया सेशन बच्चों के लिए काफी अच्छा साबित होगा. आने वाले साल में उन्हें ऑनलाइन क्लास का बोझ नहीं झेलना होगा. बच्चे सीधे स्कूल जाकर पढ़ाई कर पाएंगे, क्योंकि वैक्सीन आ चुकी है और कोरोना वायरस के अंत का आगाज हो चुका है. बच्चों ने साफ तौर पर कहा है कि वह ऑनलाइन क्लास से ज्यादा स्कूल आना पसंद करते हैं, क्योंकि सिलेबस यहीं पूरा हो पाएगा.

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