गाजियाबाद/लखनऊ:स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में देशभर में तीसरे स्थान चल रहे मोदीनगर की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. दो साल पहले खुले में शौचमुक्त में बेहतरीन रैंकिंग पाने वाले मोदीनगर की लगभग दर्जनभर कालोनियों में सेफ्टी टैंक और सीवरेज लाइन न होने के कारण शौचालयों का मल सीधा गली मोहल्लों की नालियों में जा रहा है.
बता दें कि ओडीएफ (Open defecation free) प्लस घोषणा के समय कुछ जागरूक संगठनों ने इसका विरोध भी किया था, लेकिन अधिकारियों ने अपना दावा पूरा करने के लिए उनकी शिकायतों का नजरअंदाज कर दिया था.