गाजियाबाद:रेलवे वेंडर लोगों को रेल यात्रा के दौरान चाय और खाना मुहैया कराते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से अधिकतर वेंडर अवैध होते हैं. इनके सिर पर जेल जाने का खतरा हमेशा मंडराता रहता है, जिनके बारे में अब तक किसी ने नहीं सोचा था. पहली बार रेलवे ने इनके बारे में सोचा है और ऐसे 150 से ज्यादा वेंडरों को IRCTC ठेकेदारों के साथ जोड़ा गया है, जिससे अब यह वैध वेंडर हो गए हैं.
पहली बार गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर हुई यह पहल, देखिए रिपोर्ट - illegal vendors legalized at ghaziabad railway station
पहली बार रेलवे ने 150 से ज्यादा वेंडरों को IRCTC ठेकेदारों के साथ जोड़ा है, जिससे अब यह वैध वेंडर हो गए हैं.
गाजियाबाद में हुआ कार्यक्रम
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर प्रोग्राम करके इनको वैध वेंडरों के साथ जोड़ा गया. आरपीएफ दिल्ली मंडल के कमांडेंट ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में रेलवे का यह तोहफा देश के अन्य रेलवे स्टेशन पर भी अवैध वेंडर्स को मिल सकता है.
रोजगार का संकट होगा दूर
आरपीएफ दिल्ली मंडल के कमांडेंट ने कहा कि कई बार इन वेंडर्स को गिरफ्तार करके जेल भी भेजा जाता है. इस वजह से इनकी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाता है. पूर्व में ऐसे वेंडर्स के आत्महत्या के मामले भी सामने आते रहे थे. रेलवे की इस पहल से इनका रोजगार बना रहेगा.