गाजियाबाद: गाजियाबाद और दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के बीच से आज बुरी खबर आई है. धरनास्थल पर लगाये गए शौचालय में किसान ने फांसी लगाई. किसान ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है. इसमें लिखा है कि जहां मैंने शरीर छोड़ा है, वहीं मेरा अंतिम संस्कार किया जाए. इसी को लेकर राकेश टिकैत का कहना है कि ये दुखद क्षण है और ये आंदोलन अब भावनात्मक रूप से किसान से जुड़ चुका है. किसानों के दिलो-दिमाग में यह बस गया है कि अब दिल्ली से कृषि बिलों को वापस करा कर ही लौटना है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि मंच से किसानों को समझाया जाएगा कि इस तरह की कोई कदम ना उठाया जाए.
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