गाजियाबाद: ठंड का मौसम नजदीक आते ही गाजियाबाद की हवा में प्रदूषण घुलना शुरू हो गया है. बढ़ते प्रदूषण के चलते शहरवासियों को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन, विकास प्राधिकरण, नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रदूषण की रोकथाम के लिए तमाम कदम तो उठाए जा रहे हैं, लेकिन गाजियाबाद का प्रदूषण अत्यंत खराब श्रेणी में बरकरार है.
दिल्ली-एनसीआर के तमाम शहर प्रदूषण की मार झेल रहे हैं. गाजियाबाद में भी प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गाजियाबाद में दम घोटती हवा ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो आज गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 363 AQI दर्ज किया गया है. जो कि अत्यंत खराब श्रेणी में है. लोनी का प्रदूषण स्तर 406 एक्यूआई दर्ज किया गया है जो कि खराब श्रेणी में है और जिले में सबसे अधिक है.
एक नज़र गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
स्थान | AQI |
इंदिरापुरम | 376 |
संजय नगर | 320 |
लोनी | 406 |
वसुंधरा | 350 |
हालांकि बीते दिनों की तुलना में शुक्रवार को गाजियाबाद की हवा में थोड़ा बहुत सुधार तो देखने को मिला है, लेकिन अभी भी गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर अत्यंत खराब श्रेणी में है. इसके चलते शहरवासियों को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों की मानें तो एनसीआर के शहरों में आने वाले समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स में और इजाफा देखने को मिल सकता है.