नई दिल्ली: गाजियाबाद के करीब ककराना, मोदीनगर के रहने वाले पीड़ित किसान सुधीर चौधरी को इन दिनों जान के लाले पड़े हैं. हालत ये है कि उन्हें यूपी से अपने परिवार की जान बचाने के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर आकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से गुहार लगानी पड़ रही है. मीडिया के समक्ष आकर पीड़ित किसान ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि 26 जनवरी तक अगर हमारी मांग नहीं सुनी गई, तो पूरे परिवार आत्मदाह कर लेगा.
पीड़ित ने कच्ची कॉलोनी के धंधेबाज़ों यानी कुछ कॉलोनाइजरों के झांसे में आकर अपनी ज़मीन पर कॉलोनी काटने की छूट दे दी. असल में सुधीर चौधरी को करीब चार साल पहले कुछ कॉलोनाइज़रों ने उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर कॉलोनी काटने का ऑफर दिया. साथ में ये भरोसा भी दिया कि वो गाज़ियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीडीए) से उनकी ज़मीन पर कटने वाली कॉलोनी को लीगलाइज़्ड करा लेंगे. पीड़ित ने आरोप लगाया कि इसके बाद कॉलोनाइज़रों ने औने-पौने क़ीमत पर उनकी करोड़ों की ज़मीन हड़प कर ली और उन्हें अलग-अलग लोगों को बेचना शुरू कर दिया. बाक़ी के पैसे मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे.