गाजियाबाद: दिवाली के बाद से ही गाजियाबाद को प्रदूषण ने अपनी आगोश में ले रखा है. शहर में हर तरफ धुंध और धुआं नजर आ रहा है. आलम यह है कि वाहनों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलाना पड़ रहा है. गाज़ियाबाद की हवा लोगों का दम घोटने का काम कर रही है. शहर वासियों को लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर से सांस लेने में परेशानी हो रही है और आंखों में जलन समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
प्रदूषण में 44% पराली का योगदान
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स डार्क रेड जोन में है. प्रदूषण का यह स्तर लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर कहा कि हाल ही में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार जनपद के प्रदूषण में 44% योगदान पराली जलने का है, जनपद में पराली कहीं नहीं जल रही है, पड़ोस की राज्यों मे पराली जलने से गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है.