गाजियाबाद: गाजियाबाद के राजेंद्र नगर में रहने वाली अनीता शर्मा 8 साल से शॉर्ट फिल्में बना रही हैं. अनीता महिला सशक्तीकरण आदि सामाजिक मुद्दों पर शॉर्ट फिल्में बनाती आई हैं. उन्होंने महिलाओं के जीवन पर आधारित कई शॉर्ट्स फिल्म लिखी हैं. उनकी कई फिल्मों को जर्मनी और इटली में हुए अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भी प्रदर्शित किया जा चुका है.
फिल्मकार अनीता शर्मा ने महिला दिवस पर एक छोटा सा वीडियो बनाया है. शार्ट वीडियो में कथक नृत्य के माध्यम से एक महिला को विभिन्न भूमिकाओं को देखा जा सकता है. कैसे एक महिला समाज में विभिन्न भूमिकाएं निभाती है. एक बेटी, एक पत्नी और एक मां की भूमिका निभाती है. अगर कोई उसके साथ गलत व्यवहार करता है, तो वह चंडी और दुर्गा की भूमिका भी निभा सकती है. वीडियो के माध्यम से अनीता ने यह दर्शाने का प्रयास किया है कि महिला किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है.
शार्ट फिल्म निर्देशक अनीता शर्मा बताती हैं कि समाज बदल रहा है और हम महिलाओं के जीवन में भी बदलाव देख सकते है. हर क्षेत्र में महिलाएं अपना योगदान दे रही हैं. महिलाएं सबसे कठिन काम करने में सक्षम है. हाल ही में मैंने एक महिला की तस्वीर ली, जो लोहे के बर्तन बेच रही थी. उस महिला का आत्मविश्वास और उसके होंठों पर मुस्कान देखने लायक थी. वह चिलचिलाती गर्मी में बैठी थी, लेकिन वह मुस्कुरा रही थी.