गाजियाबाद: मोदीनगर की सुशिक्षित महिलाओं की प्रमुख सामाजिक संस्था एहसास महिला समिति और युवा टीम पंखुड़ी ने संयुक्त रूप से मिलकर राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कियाा. इसमें संस्था की महिला सदस्यों द्वारा 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और बेटी है तो कल है' नामक विषय पर विस्तारपूर्वक गोष्ठी करते हुए बेटियों को प्रेरित करने से लेकर उनके भविष्य की उड़ान पर काम करने पर ध्यान केन्द्रित किया. संस्था के सदस्यों ने दो बेटियों की निशुल्क शिक्षा का बीड़ा भी उठाया है.
बालिका दिवस पर सामाजिक संस्था ने उठाया बेटियों की मुफ्त शिक्षा का बीड़ा
मोदीनगर में बालिका दिवस के अवसर पर सामाजिक संस्थाओं ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें बालिकाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए उनके बेहतर भविष्य को लेकर ध्यान केंद्रित किया गया.
एहसास महिला समिति की अध्यक्ष अनुप्रीत कौर ने बताया कि संस्था की शुरुआत से ही उनका उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षाओं पर ध्यान देना है. बदलते वक्त के साथ ही वर्तमान परिस्थितियों के चलते बेटी बचाना और बेटी पढ़ाना उतना ही जरूरी हो गया है, जितना जीवित रहने के लिए सांस लेना जरूरी है. समिति की वरिष्ठ सदस्या तारिका माटा ने कहा कि आज के परिवेश में बेटियों को सुशिक्षित करना और उनको स्वावलंबी बनाना एहसास संस्था का मुख्य उद्देश्य है. जिस पर हम लोग निरन्तर काम कर रहे हैं और उसी कड़ी में बालिका दिवस के दिन एक और कदम आगे बढ़कर एहसास संस्था द्वारा दो बालिकाओं की पढ़ाई का बीड़ा भी उठाने का काम किया गया है. कार्यकम का संचालन एहसास सदस्या वन्दना गर्ग ने किया. इस अवसर पर एहसास संस्था से चरनजीत कौर, सतविन्दर कौर, रुचि विज, अनिता सहदेव, मेघा तायल, पूजा मित्तल, डाॅली, मीना जैन, और टीम पंखुड़ी की बालिकायें मुख्य रूप से उपस्थित रहीं.