गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जिलाधिकारी के 'VIP बच्चे मुहिम' से 15 निजी अस्पताल जुड़ेंगे, जो कुपोषित बच्चों की देख-रेख करेंगे. जनपद गाजियाबाद में 2,425 अतिकुपोषित (लाल श्रेणी) के बच्चे चिन्हित किए गए हैं. जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने इन बच्चों लिए VIP इलाज कराने की व्यवस्था का संकल्प लिया है.
15 निजी अस्पताल जुड़ेंगे वीआइपी मुहिम से. 15 निजी अस्पताल जुडेंगे इस मुहिम से
जनपद के सरकारी चिकित्सालय और निजी अस्पताल के संघ के पदाधिकारियों की कलेक्ट्रट सभाकक्ष में बैठक हुई. बैठक में 15 निजी अस्पतालों ने कुपोषित बच्चों को निशुल्क सुपोषित करने की सहमति जताई. कौशाम्बी स्थित यशोदा अस्पताल ने 500 बच्चों और शेष अस्पतालों ने 200-200 बच्चों को सुपोषित करने का लक्ष्य स्वीकार किया है.
निशुल्क सुपोषित करने की व्यवस्था
23 से 30 सितंबर तक लाल श्रेणी के बच्चों को निजी अस्पतालों में निशुल्क सुपोषित करने की व्यवस्था की गई है. प्रतिदिन निर्धारित संख्या में बच्चे ANM और ब्लॉक लेवल मेडिकल ऑफिसर की देख-रेख में इन चिकित्सालय में लाए जायेंगे. बाल रोग विशेषज्ञ इस बीच इन बच्चों के पूर्ण मेडिकल परीक्षण के लिए उपलब्ध रहेंगे. परीक्षण के बाद बच्चों के लिए सरल हिन्दी भाषा में डाइट चार्ट लिखकर देंगे.
बच्चे शीघ्र सुपोषित हो इसके लिये प्राइवेट चिकित्सालय इन्हे निशुल्क पौष्टिक खाद्य पदार्थ जैसे सटरीन बिस्कुट, हॉर्लिक्स, बॉर्नविटा उपलब्ध कराएंगे. यदि किसी बच्चे को भर्ती करने की जरूरत है तो उन्हें निशुल्क अस्पताल में भर्ती किया जाएगा और उनके स्वस्थ होने तक देखभाल की जाएगी. बता दें कि निजी अस्पतालों के सहयोग से अभियान चलाने वाला गाजियाबाद पहला जिला होगा. प्रदेश सरकार एक सितंबर से 30 सितंबर तक कुपोषण के खिलाफ अभियान चला रही है. इस अभियान का लक्ष्य कुपोषण के शिकार बच्चों को चिन्हांकित करके सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए पुष्टाहार के माध्यम से सुपोषित करना है.