गाज़ियाबाद: कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर वीकेंड कर्फ्यू का एलान किया गया, जिसके तहत प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर को भी बंद रखने का फैसला किया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी मंदिर पर सुबह से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे. मंदिर के कपाट बंद होने के चलते मंदिर के द्वार पर ही भक्तों ने पूजा अर्चना की.
दूधेश्वर नाथ मंदिर के द्वार पर पूजा. महंत श्री नारायण गिरी ने दी जानकारी
मंदिर के महंत श्री नारायण गिरी ने रविवार को वीकेंड कर्फ्यू पर मंदिर बंद रखने का एलान किया था, लेकिन मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे भक्त का कहना है कि उन्हें मंदिर बंद होने की जानकारी नहीं थी. भक्तों ने बताया कि प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में वह यह कामना करने के लिए आए हैं कि जल्द से जल्द यह परिस्थितियां ठीक हो जाएं.
देश भर में प्रसिद्ध है दूधेश्वर नाथ मंदिर
गाजियाबाद का प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर देश भर में प्रसिद्ध है. देश के 8 प्रसिद्ध मंदिर मठों में से एक दूधेश्वर नाथ मंदिर मठ पर देश भर से श्रद्धालु आते हैं. मंदिर बंद होने के चलते श्रद्धालुओं को निराशा देखनी पड़ी. मंदिर के महंत श्री नारायण गिरी ने भक्तों से अपील की है कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए घर में रहें और घर में ही पूजा-अर्चना करें.
ये भी पढ़ें:दिल्ली में कोरोना से बिगड़े हालात, मुख्य सचिव ने रेलवे से मांगी कोरोना बेड्स की मदद
सभी मंदिरों के कपाट बंद
दूधेश्वर मंदिर की तरह गाजियाबाद के घंटाघर में स्थित दिगंबर जैन मंदिर के कपाट भी बंद हैं. मंदिर के बाहर बंद होने का नोटिस भी चिपकाया गया है. साथ ही आम दिनों में काफी ज्यादा भीड़-भाड़ से भरा रहने वाला घंटाघर इलाके में भी पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. जगह-जगह पुलिस तैनात है और ऐसे लोगों पर नजर रख रही है, जो बिना वजह घरों से बाहर निकल रहे हैं.