गाजियाबाद: सावन का पवित्र महीना शुरू हो चुका है. शिव भक्त अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिए हरिद्वार की ओर निकल चुके हैं. जिला प्रशासन यह दावा कर रहा है कि इस वर्ष कांवड़ियों को पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
कांवड़ यात्रा 2019: गाजियाबाद प्रशासन का दावा फेल, सड़क किनारे लगा है गंदगी का अंबार
सावन के पवित्र महीने में शिव भक्त अपने आराध्य को जल चढ़ाने के लिए हरिद्वार जाते हैं, लेकिन इस बार भी कांवड़ियों के लिए सही तरीके से इंतजाम नहीं किए गए हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने लिया जायज़ा
जब ईटीवी भारत की टीम मुरादनगर कांवड़ पथ पर पहुंची तो सड़क के चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ था. यह विश्वास करना मुश्किल था कि 4 दिन बाद इसी रास्ते से लाखों कांवड़िए अपने गंतव्य की तरफ प्रस्थान करेंगे.
आपको बता दें कि 22 जुलाई से कांवड़िए गंगाजल लेकर लौटना शुरू करेंगे और गाजियाबाद जिले में लगभग 50 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे.
लेकिन इसके बावजूद प्रशासन अभी तक सड़कों की साफ-सफाई नहीं करा पाया है. हालांकि कल देर रात हुई एक बैठक में जिलाधिकारी ने यह दावा किया था कि क्षेत्र की सभी सड़कों की साफ-सफाई कराई गई है. लेकिन मुरादनगर में उनके दावे पूरी तरह झूठे साबित होते दिखे.
गंगनहर के किनारे भी लगा है गंदगी का अंबार
आपको बता दें कि मुरादनगर स्थित गंगनहर को छोटा हरिद्वार के नाम से जाना जाता है. और कांवरियों के बीच इसकी धार्मिक मान्यता भी है. कांवड़िए हरिद्वार से गंगा जल लाने के बाद गंगनहर में स्नान कर अपने आराध्य को जल अर्पित करते हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि गंगनहर के चारों तरफ सड़क पर गंदगी का अंबार लगा है. तो वहीं दूसरी तरफ गड्ढों में पानी भरा है.