नई दिल्ली/गाजियाबाद:दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में कई बड़े रसूखदारों ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का पैसा दबा रखा है. जीडीए की तरफ से जारी सूची में 9 संस्थानों पर जीडीए का लगभग 45 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है.
रसूखदारों पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण सख्त. इन बड़े बकायेदारों पर जीडीए का कंपाउंडिंग शुल्क और नक्शा स्वीकृति का बकाया है. इसी क्रम में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा ने प्रवर्तन जोन के अधिकारियों को सभी बड़े बकायेदारों से ब्याज समेत बकाया वसूली करने का निर्देश दिया है.
रसूखदारों पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण सख्त. किन पर कितना है बकाया
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन ने मुरादनगर क्षेत्र अंतर्गत आने वाले बड़े बकायेदारों की सूची जारी की है. सूची के मुताबिक इन संस्थानों पर है बकाया.
- ओम सन पब्लिक स्कूल मुरादनगर पर 6 करोड़ 75 लाख
- दिव्य ज्योति इंस्टीटूट ऑफ मेडिकल साइंस निवाड़ी रोड मोदीनगर पर 23 करोड़ 39 लाख
- आईपीएस कॉलेज दुर्गा चैरिटेबल सोसायटी मेरठ रोड मुरादनगर पर चार करोड़ 13 लाख
- एचआर आईटी कॉलेज मोरटा मेरठ रोड पर 3 करोड़ 31 लाख
- एचएलएम एजुकेशनल सोसायटी मुरादनगर पर 27 लाख
- बीआर समुदायिक केंद्र मोदीनगर पर 78 लाख
- राधे किशन अरोड़ा पेट्रोल पंप मुरादनगर पर 88 लाख
- ग्रीन सिटी मोदीनगर पर 50 लाख 22 हजार
- संजीवनी स्टेटस मोदीनगर पर 21 लाख
बकाया नहीं भरा तो होगी कार्रवाई
बकाया के संबंध में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में इन संस्थानों से ब्याज समेत बकाया रकम की वसूली की जाएगी. अगर इन संस्थानों द्वारा बकाया का भुगतान नहीं किया जाता है तो इन संस्थानों के खिलाफ कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई की जाएगी.