नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना महामारी से बचने के लिए तमाम लोग दर-दर भटक रहे हैं. किसी को अपने लिए, तो किसी को अपनों के लिए दवा से लेकर बेड तक खोजना पड़ रहा है. जिसका कुछ लोगों के जरिए लाभ उठाया जा रहा है.
ऐसा ही एक मामला नोएडा के थाना सेक्टर 20 में आया. जहां थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल के पास से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके जरिए जीवनदायी इंजेक्शन रेमडेसिवीर और एक्टमेरा को ₹80000 से 100000 के बीच बेचने का काम किया जा रहा था.
जानकारी देते एडिशनल डीसीपी. इन लोगों के पास से पुलिस ने एक इस्तांबुल से आयातित इंजेक्शन एक्टमेरा 400 mg/20ml बरामद किया है. वहीं इनका मास्टरमाइंड अभी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. पकड़े गए आरोपियों के नाम रवि कुमार और मौ. जुनैद हैं.
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एडिशनल डीसीपी का क्या है कहना
इस मामले के संबंध में एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपी नोएडा में रहकर अपने एक अन्य साथी आकाशदीप के साथ मिलकर एक्टमेरा 400 mg/20ml इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे थे. जरूरतमंद लोगों को ₹ 80000 से 100000 रुपये के बीच में बेच रहे थे.
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अभियुक्तों को आकाशदीप के जरिए बेचने के लिए दी जा रही थी, जिन्हें अभियुक्तों के जरिए फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से जरुरतमंद लोगों को कई गुना ज्यादा रेट में बेच दी जाती थी. पुलिस फरार अभियुक्त आकाशदीप की गिरफ्तारी हेतु प्रयास कर रही है.
आरोपियों के खिलाफ धारा 420 आईपीसी व 10/18ए/27 औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 व 96 औषधि और प्रसाधन अधिनियम 1945 व 3 महामारी अधिनियम थाना सेक्टर 20 पर मुकदमा दर्ज करा कर जेल भेज दिया गया है.