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नोएडा: कूड़े की समस्या से निपटने के लिए लगाया गया बायोगैस प्लांट - बायोगैस प्लांट

नोएडा प्राधिकरण ने कूड़े की समस्या से निपटने के लिए आरडब्ल्यूए के साथ मिल कर बायोगैस प्लांट लगाया है. इस प्लांट में खर्च होने वाली बिजली का आधा खर्च नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा.

कूड़े की समस्या से निपटने के लिए लगाया गया बायोगैस प्लांट

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Published : Sep 29, 2019, 7:42 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में कूड़ा निस्तारण की समस्या को दूर करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 71 में आरडब्ल्यूए के साथ मिल कर बायोगैस प्लांट लगाया है. जिसका उद्घाटन प्राधिकरण के सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने किया है.

कूड़े की समस्या से निपटने के लिए लगाया गया बायोगैस प्लांट.

सेक्टर में ही बनाई जाएगीबायोगैस
बायोगैस प्लांट की मदद से सेक्टर 71 के निवासियों के घरों से निकालने वाले 500 घरों के कूड़े का निस्तारण बायोगैस प्लांट में किया जाएगा. ये दूसरा बायोगैस प्लांट है. इससे पहले नोएडा के सेक्टर 30 के ग्रीन बेल्ट में यह प्लांट लगाया जा चुका है. नोएडा का यह पहला ऐसा बायोगैस प्लांट लगा है जिसमें सेक्टर में ही कूड़े का निस्तारण कर बायोगैस बनाई जाएगी. इससे कूड़े को सेक्टर से बाहर नहीं ले जाना पड़ेगा.

500 घरों के कूड़े का होगा निस्तारण
सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि इस प्लांट के लगने का फायदा यह है कि सेक्टर से निकलने वाला कूड़े का निस्तारण अब सेक्टर में ही बने हो सकेगा और बायोगैस बनाया जा सकेगा. वहीं बनने वाले बायोगैस से पास के अस्पताल को 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाएगा और इससे निकलने वाली खाद को भी उसे सेक्टर के ही ग्रीन बेल्ट में इस्तेमाल किया जाएगा.

आधा खर्च नोएडा प्राधिकरण करेगा
सीईओ ने कहा कि इस बायोगैस प्लांट के मेंटेनेंस का काम और बिजली का आधा खर्चा नोएडा प्राधिकरण करेगा. अगले साल बिजली का 25 परसेंट खर्च नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा. सीईओ का कहना है कि हमारा प्रयास रहेगा कि यह प्रोजेक्ट सेल्फ सस्टेनिबल मॉडल बने. बायोगैस प्लांट बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने छह कंपनियों को अपने चैनल पर रखा हुआ है. 20 से 25 सेक्टरों के आरडब्ल्यूए ने यह बायोगैस प्लांट लगाने में दिलचस्पी दिखाई है.

इसके अलावा कई हाईराइज सोसाइटी हैं जिसमे इस तरह के प्रोजेक्ट चल रहे हैं. हमारा प्रयास है कि जो डंपिंग साइट तक बेस्ट पहुंचे वह कम से कम हो.

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