नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा पुलिस ने साइबर ठगी के मामले में एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि एक आईटी कंपनी के मालिक से नाइजीरियन नागरिक ने करीब 88 लाखों रुपए की ठगी की. हर्बल सीड्स देने के नाम पर ठगी की वारदात को बीते साल अंजाम दिया गया था.
नाइजीरियाई युवक ने आईटी कंपनी के मालिक से ठगे 88 लाख रुपए पीड़ित ने ठगी का मुकदमा सेक्टर-36 में दर्ज कराया था. पुलिस ने मामले की तफ्तीश करते हुए नाइजीरियाई युवक को गिरफ्तार किया. उसके कब्जे से मोबाइल फोन, फर्जी सिमा कार्ड और चार पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं. आरोपी फर्जी पासपोर्ट पर नाइजीरिया से भारत आया था. आरोपी मेडिकल वीजा लेकर साल 2015 से भारत में रह रहा था.
नोएडा सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने में 24 जून 2021 को ग़ाज़ियाबाद के वैशाली निवासी आईटी कंपनी के मालिक सौमित्र चक्रवर्ती ने मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 406, 419, 420, 120 बी आईपीसी और 66, 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और तफ्तीश शुरू की.
पीड़ित ने तहरीर में कहा कि मिस ज्वाना नामक महिला ने उससे फेसबुक के जरिए संपर्क किया. उसने विदेश में सीड्स बिजनेस का उनके साथ व्यापार करने का ऑफर दिया. इसके लिए करीब अट्ठासी लाख रुपए कई बैंक खातों में जमा कराए गए.
इस मामले में पुलिस ने डिजिटल एविडेंस के आधार पर नाइजीरियाई नागरिक मोरिस स्लीवर पुत्र जॉनसन स्लीवर को जांच के दौरान गिरफ्तार किया है. एसपी साइबर क्राइम डॉक्टर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि वह भारत के व्यापारियों की पहचान करके विदेशी व्यापारी बनकर कम खर्च में अधिक लाभ का प्रलोभन देकर व्यापार करने के लिए सोशल मीडिया, फेसबुक, व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करता था.
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व्यापार के लिए मोटी रकम धीरे-धीरे किसी न किसी बहाने से फर्जी खातों में ट्रांसफर करा ली जाती थी. सौमित्र चक्रवर्ती और 10 से 15 अन्य भारतीयों के साथ व्यापार का लालच देकर इसने धोखाधड़ी की है. इस गैंग में अन्य सदस्य भी हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
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