लखनऊ: योगी सरकार ने गौतमबुद्ध नगर में कोरोना के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए एक और कदम उठाया है. दरअसल व्यवस्था प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण को नोएडा का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नरेंद्र भूषण कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं इससे बचाव की समस्त आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे.
नरेंद्र भूषण को प्रभारी अधिकारी के रूप में किया गया तैनात. कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत रोकथाम, बचाव एवं इसके उपचार की व्यवस्था के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश शासन के अनुरोध पर सरकार ने यह निर्णय लिया है. गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जिले का दौरा किया. इस दौरान अधिकारियों की कड़ी फटकार लगाई.
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मुख्यमंत्री की फटकार के बाद तत्कालीन डीएम बीएन सिंह ने तीन महीने की छुट्टी मांगी. मुख्य सचिव को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वह नोएडा में डीएम के रूप में काम नहीं करना चाहते हैं. इसलिए उन्हें तीन महीने की छुट्टी चाहिए. सरकार ने उन्हें डीएम के पद से हटा दिया. उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए हैं. माना जा रहा है कि नोएडा के पूर्व डीएम बीएन सिंह पर कार्रवाई पक्की है. जिस प्रकार से उन्होंने सरकार के आदेशों की अवहेलना की है. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम में जिला प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई.
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डीएम की विभागीय अधिकारियों के साथ सामंजस्य में कमी भी सामने उजागर हुई है. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं. अब नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी वरिष्ठ आईएएस अफसर नरेंद्र भूषण कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम में भूमिका निभाएंगे. वहीं बीएन सिंह को हटाने के बाद सरकार के ने आईएएस अफसर सुहास एलवाई को डीएम नियुक्त किया गया है.