नई दिल्ली/गाजियाबाद: ट्रिपल तलाक कानून पास होने के बाद जो मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक का दंश झेल रही हैं, उन्हें न्याय की उम्मीद जागी है, लेकिन न्याय कैसे मिलेगा ये अभी भी बड़ा सवाल है. गाजियाबाद के विजयनगर से ऐसा एक मामला सामने आया है, जहां तीन तलाक पीड़िता इंसाफ के लिए थाने दर थाने चक्कर काट रही है, लेकिन सुनवाई और कार्रवाई महज नाम की है.
मामले की जानकारी देती पीड़िता. ट्रिपल तलाक बिल पास होने के बाद ऐसे कई लोग हैं, जो अब इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र में देखने को मिला है, जहां पर ट्रिपल तलाक पीड़िता पुलिस और प्रशासन के चक्कर काटने के लिए मजबूर है.
पीड़िता का कहना है कि उसकी शादी 4 दिसंबर 2018 को माजिद नाम के युवक से हुई थी, लेकिन कुछ दिन बाद उसने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया गया. इस बात की शिकायत जब पीड़िता ने अपने परिजनों से की तो परिजन पीड़िता को अपने घर ले आए.
स्पीड पोस्ट से भेजा तलाक-
पति ने पीड़िता को तलाक दे दिया और तो और स्पीड पोस्ट में भी तलाकनामा लड़की के घर भेज दिया, जिसके बाद बड़ी जद्दोजहद से पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर ली है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला है. पीड़िता और उसका पूरा परिवार पुलिस-प्रशासन के चक्कर लगा रहा है. पीड़ित परिवार ने कहा कि ट्रिपल तलाक बिल पास होने के बाद उन्हें उम्मीद है कि अब उनको भी इंसाफ मिलेगा.