नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:गुरुवार को 81 गांव के किसान अपनी कई मांगों को लेकर नोएडा सेक्टर-6 से सेक्टर 14-a चिल्ला बॉर्डर तक पहुंचे. किसानों का यह जत्था सेक्टर-2 और सेक्टर-15 होते हुए यहां तक पहुंचा, इनमें भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं.
चिल्ला बॉर्डर पर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के आवास के बाहर किसान धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक धरना जारी रहेगा. किसानों के इस आंदोलन को देखते हुए नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने वाले रूट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था. हालांकि अब रूट को खोल दिया गया है. यहां मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
नोएडा में किसानों का प्रदर्शन ये किसान अपनी बीते 100 से अधिक दिनों से नोएडा प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को भी भारी संख्या में चिल्ला बॉर्डर पर किसान पहुंच गए और धरने पर बैठ गए, जिसको देखते हुए रूट को डायवर्ट कर दिया गया है.
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इन किसानों का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सुखबीर खलीफा का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण जब तक हमारी मांगें नहीं मानता, हम यहां से नहीं जाएंगे और धरना जारी रखेंगे. वहीं दूसरे किसान नेताओं का कहना है कि जरूरत पड़ी तो हम दिल्ली भी जाएंगे और अपनी मांगों को यूपी सरकार की बजाय केंद्र सरकार से पूरी कराएंगे. फिलहाल हम नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के आवास पर धरना देंगे.
नोएडा प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग है कि हमारे बच्चों को रोजगार दिया जाए. घरों को सुरक्षित किया जाए, बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सभी को फ्री स्वास्थ्य सेवा भी उपलब्ध कराई जाए. किसानों को जो मुआवजा उनकी जमीनों को दिया गया है उसके अतिरिक्त 64.7 प्रतिशत दिया जाए. इसके अलावा किसानों की मांग है कि बीते 45 सालों से जो हमारे साथ लूट की जा रही है उसे बंद किया जाए.